Author: सुशील मानव

  • फासीवाद को सबसे बड़ा खतरा कला से लगता है

    फासीवाद को सबसे बड़ा खतरा कला से लगता है

    कलाकार (कवि, फिल्म लेखक, संगीतकार, आर्ट एक्टिविस्ट) मयंक मुंबई से दिल्ली तक एनआरसी-सीएए-एनपीआर के खिलाफ़ देशभर में चल रहे जनांदोलन में अपनी कला के जरिए प्रतिरोध को अलग ही मुकाम दे रहे हैं। जनचौक के लिए सुशील मानव से बात करते हुए वो कला, धर्म, समाज और प्रतिरोध के अंतर्संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर अपने…

  • सीएए और एनआरसी के खिलाफ़ धरने पर कला

    सीएए और एनआरसी के खिलाफ़ धरने पर कला

    मौजूदा सरकार द्वारा सीएए, एनआरसी और एनपीआर के द्वारा देश की अवाम के खिलाफ़ छेड़े गए युद्ध के प्रतिरोध में व्यापक जन आंदोलन उठ खड़ा हुआ है। मुल्क, संविधान और इंसान बचाने के इस जन आंदोलन में कलाकारों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। जामिया से लेकर शाहीन बाग़ तक की सड़कें प्रतिरोधी कलाओं से सजी…

  • दिल्ली चुनाव में बेघरों का मुद्दा क्यों नहीं

    दिल्ली चुनाव में बेघरों का मुद्दा क्यों नहीं

    जनवरी जाने को है। देश भर में बारिश के बाद ठंड वापस अपनी रंगत पर है। जमीन गीली, आसमान गीला, हवाएं गीली। एक गीली ठंडी सुबह मैं दिल्ली के चक्कर लगाता हूं। कनॉट प्लेस सेंट्रल पार्क, जंतर मंतर, मंडी हाउस, जामिया के पास, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के पास फुटपाथ पर, तिलक ब्रिज, साहिबाबाद के…

  • निजामुद्दीन ग्राउंड रिपोर्टः अगर अब नहीं जागे तो बहुत देर हो जाएगी

    निजामुद्दीन ग्राउंड रिपोर्टः अगर अब नहीं जागे तो बहुत देर हो जाएगी

    भारी पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के बीच बरसते आसमान के नीचे तीन दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हैं निजामुद्दीन की महिलाएं और बच्चे। जबर्दस्त उत्साह से भरे दूसरी, तीसरी चौथी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे चार्ट में नारे और मांगे लिखकर उसे पोस्टर बैनर में तब्दील कर देते हैं। वहीं बगल में ही कुछ…

  • गोडसे के मुकाबिल आवाम की रूह में जिंदा हो गए हैं गाँधी

    गोडसे के मुकाबिल आवाम की रूह में जिंदा हो गए हैं गाँधी

    सूर्यास्त के बाद शाम के धुंधलके में शाहीन बाग़ के मंच से गांधी का पसंदीदा भजन गाया जाता है- रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम, ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सबको सन्मति दे भगवान………….। गांधी कीर्तन के बाद मंच से अपील की जाती है धरने पर बैठे सभी लोग अपने मन और वाणी की शुद्धता…

  • दिल्ली चुनावः शरजील, शाहीन बाग में दीपक-सुधीर की जोड़ी यानी एजेंडा फिक्स करने की रणनीति

    दिल्ली चुनावः शरजील, शाहीन बाग में दीपक-सुधीर की जोड़ी यानी एजेंडा फिक्स करने की रणनीति

    दिल्ली में आठ फरवरी को 70 सीटों के लिए वोट डाले जाने हैं। झारखंड चुनाव हारने के बाद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दिल्ली चुनाव प्रचार में जी जान से जुटे हैं। भाजपा एनडीएमसी का चुनाव भी लड़ती है तो पाकिस्तान और राष्ट्रवाद के मसले लेकर आती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से जो…

  • पीएम साहब! इन बच्चों के मन की बात भी सुनिए एक बार

    पीएम साहब! इन बच्चों के मन की बात भी सुनिए एक बार

    एनआरसी-सीएए विरोधी आंदोलनों में छोटे बच्चों की अच्छी खासी संख्या देखने को मिल रही है। कुछ बहुत छोटे बच्चे अपनी धरनारत मांओं के साथ दिन-रात धरने पर रहने को विवश हैं। कुछ बच्चे अपनी भागीदारी खुद निर्धारित कर रहे हैं। क्या विडंबना है कि इन आंदोलनरत बच्चों की आवाज़ अभी तक मीडिया और सत्ता के…

  • सुंदर नगरी ग्राउंड रिपोर्टः सर्द रातों में छह दिन की बच्ची भी सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में

    सुंदर नगरी ग्राउंड रिपोर्टः सर्द रातों में छह दिन की बच्ची भी सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में

    हमारे आपके यहां बच्चा जन्म लेता है तो हम उसे बहुत संजोते, जोगउते हैं। घर के बड़ी-बूढ़ियां पल-पल हिदायत देती रहती हैं कि ख़बरदार बच्चे को बाहर ले गए तो हवा-बतास लग जाएगी, लेकिन इस कड़ाके की ठंड और बर्फीली शीतलहर से बेपरवाह महज 15 दिन की सना ख़ान टोपी के ऊपर ‘हम भारत के…

  • ग्राउंड रिपोर्टः मजबूर कॉलोनी का नारा है, हिंदुस्तान हमारा है

    ग्राउंड रिपोर्टः मजबूर कॉलोनी का नारा है, हिंदुस्तान हमारा है

    ‘मजबूर कॉलोनी का नारा है, हिंदुस्तान हमारा है’। ये बिल्कुल यूनिक सा नारा अपनी राष्ट्रीयता को क्लेम करते हुए अनशन पर बैठी मजबूर नगर, मंडावली दिल्ली की स्त्रियों ने गढ़ा है। बता दें कि देश में एनपीआर-एनआरसी-सीएए के खिलाफ़ चल रहे जबर्दस्त आंदोलनों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीए को अंसवैधानिक घोषित करने की मांग…

  • ग्राउंड रिपोर्ट चांद बाग़ः बेटियों को डिटेंशन कैंप में डालने की तैयारी है और बेटी बचाने का नारा देते हो

    ग्राउंड रिपोर्ट चांद बाग़ः बेटियों को डिटेंशन कैंप में डालने की तैयारी है और बेटी बचाने का नारा देते हो

    बी ब्लॉक यमुना विहार बस स्टॉप के ठीक 100 मीटर आगे चांद बाग़, मुस्तफाबाद में दो तरह के मुल्क आपको मिल जाएंगे। पहला मुल्क न्यू इंडिया है। इसमें आपका स्वागत करने वाला गेटवे ऑफ इंडिया नहीं बल्कि ‘गेट ऑफ हेल’ है। इस न्यू इंडिया में आने वाले टूरिस्टों को देखने लिए डिटेंशन कैंप में यातना…