Author: सुशील मानव

  • इंद्रलोक से ग्राउंड रिपोर्टः पुलिस महिलाओं को दे रही लाठीचार्ज की धमकी

    इंद्रलोक से ग्राउंड रिपोर्टः पुलिस महिलाओं को दे रही लाठीचार्ज की धमकी

    हिंदुस्तान किसकी जान? हमारी जान, हमारी जान….. कौन है तुम्हारी जान? हिंदुस्तान, हिंदुस्तान…..  हिदुस्तान किसकी शान? हमारी शान। हमारी शान। हिंदुस्तान हमारी शान। हिंदुस्तान मेरी शान, मेरी शान हिंदुस्तान मेरी आन मेरी आन हिंदुस्तान  मेरी आन, मेरी बान, मेरी शान  हिंदुस्तान, हिंदुस्तान, हिंदुस्तान मेरी जान, मेरी जान, मेरी जान  हिंदुस्तान, हिंदुस्तान, हिंदुस्तान ये नारे पिछले…

  • कश्मीरी पंडित: पीड़ा की प्रतिहिंसा यानि ‘हिंदू जेहाद’ की भावना में सुलगती एक कौम

    कश्मीरी पंडित: पीड़ा की प्रतिहिंसा यानि ‘हिंदू जेहाद’ की भावना में सुलगती एक कौम

    पीड़ा की अनुभूति करुणा उपजाकर मनुष्य को मनुष्यतर बनाती है, लेकिन पीड़ा जब अपने एवज में प्रतिहिंसा चाहती है, बदला चाहती है तो वो मनुष्य से उसकी मनुष्यता छीन लेती है। ऐसा ही नजारा 19 जनवरी को जंतर मंतर पर देखने को मिला। जब ‘होलोकॉस्ट-डे’ मनाने के लिए इकट्ठा हुए कश्मीरी पंडितों ने ‘देश के…

  • ग्राउंड रिपोर्टः संविधान और मुल्क बचाने की कसम खाकर धरने पर बैठी हैं सीलमपुर की महिलाएं

    ग्राउंड रिपोर्टः संविधान और मुल्क बचाने की कसम खाकर धरने पर बैठी हैं सीलमपुर की महिलाएं

    पिछली गलती से सबक लेते हुए सीलमपुर जाफरबाद की महिलाओं ने अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की है। शनिवार को धरने का चौथा दिन था। धरने में हजारों महिलाएं दिन-रात बैठी हैं। पुरुष और बच्चे भी उनके समर्थन में डटे हुए हैं। महिलाओं के हाथों में गांधी, अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अबुल…

  • जैनुलअबीदीन: शाहीनबाग़ का वो पुरुष जो 34 दिनों से है आमरण अनशन पर

    जैनुलअबीदीन: शाहीनबाग़ का वो पुरुष जो 34 दिनों से है आमरण अनशन पर

    देश-विदेश हर तरफ सिर्फ़ शाहीन बाग़ की चर्चा है। शाहीन बाग़ के नवप्रसूता, गर्भवती, जवां बच्चियों और बूढ़ी स्त्रियों की चर्चा है। 30 दिन की सबसे छोटी प्रदर्शनकारी से लेकर 90 वर्षीय बूढ़ी स्त्री तक शाहीन बाग़ में सिर्फ़ स्त्रियां ही स्त्रियां हैं। लेकिन शाहीन बाग़ में एक पुरुष भी है जो पहले ही दिन…

  • खुरेजी ग्राउंड रिपोर्टः लाइट बंद कर अंधेरे में लोकतंत्र पर हमला करती है पुलिस!

    खुरेजी ग्राउंड रिपोर्टः लाइट बंद कर अंधेरे में लोकतंत्र पर हमला करती है पुलिस!

    जेएनयू, जामिया और अब खुरेजी, तीनों जगह एक सा पैटर्न। दिल्ली पुलिस लाइट बंद करके लोकतंत्र पर हमला करती है। पता नहीं वो अपनी अमानवीयता और बर्बरता को कैमरों से बचाने के लिए ऐसा करती है या लोकतंत्र की आंखों में अपना चेहरा देखकर उसे शर्मिन्दा न होना पड़े इसलिए ऐसा करती है!  खुरेजी के…

  • सीएए-एनआरसी के खिलाफ देश भर में सड़कों पर ‘शाहीन’

    सीएए-एनआरसी के खिलाफ देश भर में सड़कों पर ‘शाहीन’

    जामिया और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं पर हुई पुलिसिया बर्बरता के बाद शाहीन बाग़ की एक महिला ने कहा बस बहुत हो चुका अब और नहीं सहा जाता। उसका ये कहना था कि तीन महिलाएं साथ आ खड़ी हुईं। इसके बाद दिल्ली के शाहीन बाग़ में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया। दिल्ली नोएडा संपर्क मार्ग…

  • पुस्तक मेले में राष्ट्रगान के दौरान ‘राष्ट्रवादी’ चिल्लाते रहे ‘मोदी-मोदी’

    पुस्तक मेले में राष्ट्रगान के दौरान ‘राष्ट्रवादी’ चिल्लाते रहे ‘मोदी-मोदी’

    रविवार को पुस्तक मेले का आखिरी दिन था। कुछ साहित्यकार और रंगकर्मियों ने मिलकर पुस्तक मेले के आखिरी दिन एनआरसी-सीएए के खिलाफ़ कालीपट्टी बांधकर कविता और जनगीत पढ़ने तथा संविधान की प्रस्तावना का पाठ करने का आयोजन किया। हॉल 12 के पास प्रदर्शनकारियों में इनमें से कई तो थे ही, अस्मिता थिएटर की टीम के…

  • हमारे जमीनों, घरों पर कब्जा करने का साधन है एनआरसी-सीएए

    हमारे जमीनों, घरों पर कब्जा करने का साधन है एनआरसी-सीएए

    जंतर मंतर पर ‘संविधान बचाओ देश बचाओ’ के नारे के साथ सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ़ महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में हिंदू-मुस्लिम समुदाय के कई महिला संगठनों ने हिस्सा लिया।    भारतीय राष्ट्रवादी संघ की मीनाक्षी सखी ने कहा, “सदियों से जिन स्त्रियों को घरों की चहारदीवारी में क़ैद करके रखा गया था वो…

  • एनआरसी सरकार द्वारा अवाम के खिलाफ़ छेड़ा गया युद्ध हैः एनी राजा

    एनआरसी सरकार द्वारा अवाम के खिलाफ़ छेड़ा गया युद्ध हैः एनी राजा

    नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वूमेन (NFIW) की जनरल सेक्रेटरी एनी राजा कहती हैं, “सीएए माइनारिटी के खिलाफ़ छेड़ा गया युद्ध है, जबकि एनआरसी के जरिए सरकार पूरी अवाम के खिलाफ़ युद्ध लड़ रही है। इनको फैज के गाने से भी दिक्कत हो रही है तो इसका मतलब है कि ये अवाम से डरते हैं? क्योंकि…

  • सहारनपुर से ग्राउंड रिपोर्टः खाकी निक्कर वाले नहीं थे, इसलिए रही शांति

    सहारनपुर से ग्राउंड रिपोर्टः खाकी निक्कर वाले नहीं थे, इसलिए रही शांति

    सीएए-एनआरसी के खिलाफ़ हुए विरोध प्रदर्शनों में सबसे ज़्यादा हिंसा और पुलिसिया बर्बरता उत्तर प्रदेश में हुई। विशेषकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों को जानबूझकर निशाना बनाया गया। सहारनपुर में मुस्लिम समुदाय के लोगों का मुख्य पेशा ‘वूड कार्विंग’ है। इसके अलावा ये समुदाय रिक्शा चलाकर या दूसरे सामानों की दुकानदारी करके गुजारा करता है। एनआरसी-सीएए के…