टैरिफ वॉर: एक दोधारी तलवार, संकट में पड़ सकता है अमेरिका और भारत का दवा उद्योग
आज अमेरिका में “अमेरिका फर्स्ट” नीति के तहत एक प्रकार का टैरिफ अंधराष्ट्रवाद चल रहा है। इसके अंतर्गत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी वर्ष [more…]
आज अमेरिका में “अमेरिका फर्स्ट” नीति के तहत एक प्रकार का टैरिफ अंधराष्ट्रवाद चल रहा है। इसके अंतर्गत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी वर्ष [more…]
अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर अकसर उदारवादी लोग अमेरिका तथा पश्चिमी दुनिया की प्रशंसा करते रहे हैं, कि वहाँ पर सरकार की नीतियों के खिलाफ़ [more…]
महान विचारक कार्ल मार्क्स की एक महत्वपूर्ण और क्लासिक पुस्तक ‘लुई बोनापार्ट की अट्ठारहवीं ब्रूमेर’ है, जिसकी भूमिका में वे लिखते हैं कि “हेगेल ने [more…]
कवयित्री के रूप में भाषा सिंह को अनेक बार सुना है, कभी मंडी हाउस में श्रीराम सेंटर के बाहर फुटपाथ पर उनका काव्य पाठ हो [more…]
ट्रम्प-जेलेंस्की विवाद में एकाएक कुछ समय के लिए जेलेंस्की उदारवादी सामाजिक जनवादियों के लिए एक हीरो बनकर उभरे। कुछ लोग तो उन्हें ‘फिदेल कास्त्रो की [more…]
भारत के शासक भले ही दुनिया की पाँचवी अर्थव्यवस्था होने का दावा करें, परन्तु सच्चाई यह है कि एक अरब चालीस करोड़ की आबादी वाले [more…]
सारे देश में निजीकरण की आँधी चल रही है, उससे अब जंगल भी अछूते नहीं हैं। अनेक देसी-विदेशी कॉरपोरेट घरानों को जंगलों में पाई जाने [more…]
नव उदारवादी नीतियों की असफलता के कारण केवल तीसरी दुनिया में ही नहीं अमेरिका और यूरोप में भी आर्थिक संकट और बेरोज़गारी बहुत तेजी से [more…]
सौ साल से ज़्यादा हो गए, जब मज़दूरों ने बेशुमार कुर्बानियाँ देकर काम के आठ घंटे का अधिकार हासिल किया था। आज दुनिया भर में [more…]
नब्बे के दशक में नरसिम्हा राव सरकार द्वारा जब भारत में नव उदारवादी नीतियां लाई गई थीं, उसी समय भूतपूर्व राजनयिक पवन वर्मा की एक [more…]