स्मृति शेष : ‘दुनिया के संकट को हल करने की चाबी साम्यवाद में है’ शायर और डायलॉग राइटर अख़्तर-उल-ईमान
अख़्तर-उल-ईमान अपने दौर के संज़ीदा शायर और बेहतरीन डायलॉग राइटर थे। अक्सर लोग उन्हें फ़िल्मी लेखक के तौर पर याद करते हैं, मगर यह भूल [more…]
अख़्तर-उल-ईमान अपने दौर के संज़ीदा शायर और बेहतरीन डायलॉग राइटर थे। अक्सर लोग उन्हें फ़िल्मी लेखक के तौर पर याद करते हैं, मगर यह भूल [more…]
राम लाल, उर्दू के अहम अफ़साना निगार हैं। उन्होंने अफ़साने, नॉवेल, यात्रा वृतांत, रेखा-चित्र, रेडियो ड्रामे और डायरी लिखी, तो सहाफ़त के मैदान में भी [more…]
गीतकार, कवि गोपाल दास ‘नीरज’ का नाम हिन्दी के उन कवियों में शुमार किया जाता है, जिन्होंने मंच पर कविता और गीतों को नई बुलंदियों [more…]
जावेद अनीस ने इस बे-रहम दुनिया को अलविदा कह दिया है। यह लिखते हुए मुझे अब भी यक़ीन नहीं हो रहा कि मेरे जैसे कई [more…]
राजकपूर, हिंदी सिनेमा के पहले शोमैन थे। जिनकी नीली आंखों में सतरंगी सपने थे। वो आम आदमी के फ़िल्मकार थे और उन्होंने अपनी फ़िल्मों में [more…]
तरक़्क़ीपसंद तहरीक और अदब पर ऐतराज़ात पहले भी होते थे, आज भी होते हैं और आइंदा भी होते रहेंगे। लेकिन इस ज़माने में ऐतराज़ात का [more…]
जौन एलिया, नौजवान नस्ल के पसंदीदा शायर हैं। वे न सिर्फ़ जौन की दिल-आवेज़ शख़्सियत के दीवाने हैं, बल्कि उनके कई मशहूर शे’र, मिसाल के [more…]
आज 19 अक्टूबर हर-दिल-अज़ीज़ शायर मजाज़ का जन्मदिवस है। अपनी चवालीस साला ज़िंदगी में मजाज़ ने अदबी दुनिया में ख़ूब नाम कमाया। तरक़्क़ीपसंद शायरों में [more…]
जनपक्षधर, जुझारू जर्नलिस्ट और हिंदी-उर्दू-पंजाबी अदब के शैदाई अमरीक अब इस दुनिया में नहीं रहे। बीते शनिवार यानी 5 अक्टूबर को देर रात उन्होंने पटियाला [more…]
जयप्रकाश ‘धूमकेतु’ के संपादन में बीते ढाई दशक से निरंतर निकल रही ‘अभिनव क़दम’, हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील विचारों की एक महत्त्वपूर्ण साहित्यिक पत्रिका है। [more…]