पटना। पूरा बिहार गर्मी से झुलस गया है। राज्य के अधिकतर जिलों में प्रचंड लू की लहर चल रही है। पटना में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया है। अप्रैल में गर्मी का 43 वर्ष पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार मंगलवार को पटना में सबसे अधिक गर्मी रिकॉर्ड की गई। इसके पहले 29 अप्रैल 1980 को यहां का तापमान 44.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। ऐसी स्थिति अभी जारी रहने की संभावना है।
कई जिलों में तापमान 45 डिग्री पहुंच सकता है। राज्य के 25 जिलों में औसत तापमान 40 डिग्री के पार चला गया है। 18 जिलों में लू या प्रचंड लू चलने की स्थिति है। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार 21 अप्रैल को तापमान में कुछ गिरावट की उम्मीद है। उसके बाद हल्की बारिश हो सकती है।
गर्मी की वजह से सभी सरकारी और निजी स्कूलों में आधे दिन की छुट्टी का आदेश जारी किया गया है। स्कूल 10.45 बजे तक ही चलेंगे। गर्मी के कारण बच्चों की सेहत पर असर पड़ने के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है।
पटना के अलावा मोतीहारी, खगड़िया, बांका और सुपौल में कुछ जगहों पर भीषण लू चलने की संभावना है। प्रदेश के दक्षिण, उत्तर-पूर्व व उत्तर-मध्य भाग में लू चलने जैसी स्थिति बनी हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, पछुवा और उत्तर-पछुवा का प्रवाह समुद्र तल से करीब 5.8 किमी ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव से राज्य का मौसम अभी शुष्क बना रहेगा। राज्य में सतही हवा की गति 10 से 20 किमी प्रतिघंटा है, साथ ही 30 किमी प्रति घंटा की गति से झोंके भी आ रहे हैं।
यह सब मिलकर ऐसी परिस्थिति बना रहे हैं जिससे तीन-चार दिनों में अधिकतम तापमान में कमी आएगी और पटना सहित कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि यह राहत कुछ ही दिनों के लिए होगी, उसके बाद फिर से तापमान में बढ़ोतरी होगी।
प्रचंड गर्मी की स्थिति को देखते हुए आपदा राहत टास्क फोर्स को मुस्तैद कर दिया गया है। लू को देखते हुए बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। अस्पतालों में लू से बचाव की दवाएं, ओआरएस आदि रखने को कहा गया है। शहरों में जगह-जगह प्लाऊ खोले जा रहे हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि इस वर्ष राज्य के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में सामान्य से अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना है। इसके मद्देनजर जरूरी इंतजाम किए गए हैं।
(वरिष्ठ पत्रकार अमरनाथ झा की रिपोर्ट)
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