रांची। आखिरकार झारखंड के राज्यपाल ने इंडिया महागठबंधन के नेता चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी, और चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री बन गए। राज्यपाल ने चंपई सोरेन को 10 दिनों के भीतर बहुमत साबित करने को कहा है। इससे पहले 1 फरवरी की शाम को झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
आज राजभवन में चंपई ने दो मंत्रियों के साथ शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। चंपई के साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन और उनकी पत्नी रूपी सोरेन से उनके आवास पर जाकर आशीर्वाद लिया। गुरुजी के आवास से लौटने के बाद चंपई सोरेन ने खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुरुजी (शिबू सोरेन) हमारे आदर्श हैं। शपथ लेने से पहले हमने गुरुजी और माताजी से आशीर्वाद लिया है।
चंपई सोरेन ने बताया कि जब अलग झारखंड राज्य का आंदोलन चल रहा था, तब मैं गुरुजी के संपर्क में आया था। हमने उनके साथ झारखंड आंदोलन में हिस्सा लिया। आंदोलन के दौरान शिबू सोरेन ने जिस तरह से अलग झारखंड राज्य और यहां के लोगों के लिए संघर्ष किया, उन्हीं आदर्शों के तहत ही हम आगे बढ़ रहे हैं।
चंपई सोरेन के झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और रांची के विधायक सीपी सिंह ने कटाक्ष कर कहा कि यह सच है कि चंपई सोरेन झामुमो सुप्रीमो और सोरेन परिवार के बेहद करीबी हैं। तो स्वाभाविक है कि वह रिमोट कंट्रोल से ही चलेंगे और यह रिमोट कंट्रोल होगा सोरेन परिवार के पास।
बता दें कि हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के साथ ही इंडिया गठबंधन ने झामुमो के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया था। इसके बाद इंडिया गंठबंधन के विधायकों ने 1 फरवरी की शाम को ही राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसके बाद राज्यपाल ने देर रात को उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया।
इससे पहले 1 फरवरी को इंडिया गठबंधन के विधायक दिन भर सर्किट हाउस में जमे रहे। सभी 43 विधायकों को यहां रोक कर रखा गया था। राज्यपाल से दिन भर मुलाकात की कोशिश होती रहीं। आखिर में शाम 5:30 बजे राजभवन से चंपई सोरेन सहित पांच लोगों को मुलाकात का समय दिया गया।
नेताओं से राज्यपाल ने कहा कि वह अभी कानूनी सलाह ले रहे हैं। 24 घंटे के अंदर वह निर्णय ले लेंगे। इसके बाद रात 11 बजे राज्यपाल ने चंपई सोरेन को सरकार गठन का आमंत्रण दिया।
शुरुआत में राज्यपाल से समय नहीं मिलने पर गठबंधन के विधायक विशेष विमान से हैदराबाद जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंच गये थे। एयरपोर्ट में पहले से दो चार्टड विमान खड़े थे, जिन पर 40 विधायक बैठ गये थे। लेकिन मौसम खराब होने और विजिबिलिटी नहीं होने के चलते विमान उड़ान नहीं भर सके और रात लगभग 9.45 बजे सभी विधायक वापस रांची सर्किट हाउस लौट आए।
हेमंत सोरेन 5 दिन की ईडी रिमांड पर
हेमंत सोरेन को पीएमएलए की विशेष अदालत ने 5 दिनों के लिए ईडी की रिमांड पर भेज दिया है। ईडी ने अदालत से 10 दिनों की रिमांड की मांग की थी। मामले की सुनावाई 1 फरवरी को ही हुई थी। बहस के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था और 2 फरवरी को अदालत ने अपना फैसला सुनाया, जिसमें 5 दिनों की रिमांड के लिए मंजूरी दी गई है।
बता दें कि रांची के बड़गाई अंचल स्थित 8.46 एकड़ जमीन को लेकर हुए मनी लॉड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन को 31 जनवरी की रात को गिरफ्तार किया गया था।
(विशद कुमार की रिपोर्ट।)
+ There are no comments
Add yours