ममता भी केंद्र की राह पर, आलोचना करने पर कांग्रेस नेता को करवाया गिरफ्तार

नई दिल्ली/ कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर टिप्पणी करना कांग्रेस नेता और प्रवक्ता कौस्तुव बागची को बहुत महंगा पड़ गया है। कोलकाता पुलिस ने कौस्तुव बागची को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि कौस्तुव बागची ने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी पर “व्यक्तिगत हमले” को लेकर ममता बनर्जी की कथित रूप से आलोचना की थी।

अपनी गिरफ्तारी पर बागची ने कहा कि, “मुख्यमंत्री डरी हुई हैं, यह मेरी राजनीतिक जीत है।” वहीं कांग्रेस और कोलकाता हाईकोर्ट के कई वकीलों ने मुख्यमंत्री के इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस का कहना है कि पश्चिम बंगाल सरकार, विपक्ष और राजनीतिक विरोधियों को परेशान कर रही है।

सागरदिघी उपचुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी पर निजी टिप्पणी की थी। जिसका जवाब देने के लिए कौस्तुव बागची ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था। जिसके बाद उनके खिलाफ बर्टोला पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई।

बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को अधीर रंजन चौधरी की बेटी की मौत का जिक्र करते हुए उनपर निजी टिप्पणी की थी। जिसके बाद कौस्तुव बागची ने पूर्व टीएमसी विधायक और आईएएस अधिकारी दीपक घोष की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की आलोचनात्मक पुस्तक का उल्लेख करते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि ‘अगर टीएमसी व्यक्तिगत हमला करती है, तो हम भी इस किताब का प्रचार करेंगे और मुख्यमंत्री पर व्यक्तिगत हमला करेंगे।’

कौस्तुव बागची के खिलाफ कई धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें आपराधिक साजिश रचने, जानबूझकर उकसाने और जानबूझकर अपमान करने के अलावा भी कई आरोप लगाए गए हैं। बागची की गिरफ्तारी के बाद बर्टोला पुलिस थाने के सामने कई अधिवक्ता और कांग्रेस समर्थक जमा हो गए। एडवोकेट सब्यसाची बनर्जी ने कहा कि वे “इस गिरफ्तारी के खिलाफ लड़ेंगे।”

वहीं विपक्षी दलों ने बागची की गिरफ्तारी की आलोचना की है। माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि, ‘इससे साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री विपक्ष से डरती हैं। वह एक तानाशाह की तरह काम कर रही हैं। बागची को छुड़ाने के लिए हम किसी भी हद तक जा सकते हैं। क्या यही लोकतंत्र है? इसकी निंदा करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं। यह सरकार एक निरंकुश सरकार है।’

वहीं टीएमसी नेता पार्थ भौमिक ने कहा कि, ‘कौस्तुव बागची को मुख्यमंत्री से माफी मांगनी चाहिए।’ ऐसा माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल उपचुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से ममता बनर्जी बौखलाई हुई हैं, जिस कारण उन्होंने अधीर रंजन चौधरी पर निजी टिप्पणी की और विरोध करने पर कौस्तुव बनर्जी को गिरफ्तार करवाया।

ये भी माना जा रहा है कि ममता बनर्जी केंद्र की राह पर चल रही हैं। इससे पहले इसी तरह का मामला सामने आया था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने के मामले में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया था। पवन खेड़ा उस वक्त रायपुर जाने के लिए फ्लाइट पर बैठे हुए थे और उन्हें फ्लाइट से नीचे उतार दिया गया था। बाद में पवन खेड़ा को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी।

(कुमुद प्रसाद जनचौक में कॉपी एडिटर हैं।)

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