लखनऊ। भाकपा (माले) के सीतापुर के हरगांव से जिला पंचायत सदस्य व पार्टी के जिला सचिव अर्जुन लाल के ऊपर गुण्डा एक्ट की कार्यवाही किये जाने के खिलाफ आज पार्टी ने राज्य व्यापी प्रतिवाद का आवाहन किया था।
जिसके तहत लखनऊ में पार्टी राज्य सचिव सुधाकर यादव के नेतृत्व में माले कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट ज्ञानचन्द्र गुप्ता को भेंट किया।
इस अवसर पर सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि योगी राज में दलितों, मुसलमानों और महिलाओं पर चौतरफा हमले तेज हुए हैं।
कानून व्यवस्था के नाम पर योगी सरकार भले ही जीरो टॉलरेंस की बात करें जमीनी सच्चाई यही है कि योगी की पुलिस अपराधियों को खुला संरक्षण दे रही है जिससे अपराधी भयमुक्त होकर प्रदेश भर में नंगा नाच कर रहे हैं।
बीएचयू की छात्रा के साथ गैंगरेप करने वालों का माल्यार्पण करके उन्हें सम्मानित किया जा रहा है और रायबरेली में दलित अध्यापक सुनील कुमार की पत्नी के साथ लगातार छेड़छाड़ करने वाले को संरक्षण देकर अपराधी चन्दन वर्मा को उस दलित परिवार का हत्याकांड रचाने का अवसर दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि सीतापुर जिला में अर्जुन लाल लगातार दलितों और समाज के हाशिए पर पड़े लोगों की आवाज बुलंद करते हैं, उनकी लोकप्रियता के चलते दलितों और मेहनतकशों ने उन्हें भारी मतों से जिला पंचायत में भेजा था।
योगी सरकार को उनकी लोकप्रियता बर्दाश्त नहीं हो पा रही है। पिछले वर्ष उनके ऊपर फ़र्जी आरोप लगाकर जेल में डाल दिया गया था और अब उनके ऊपर फ़र्जी गुण्डा एक्ट की कार्यवाही करके उनका दमन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दलितों के ऊपर जारी दमन के खिलाफ आन्दोलन और तेज किया जाएगा। महिलाओं के साथ गैंगरेप और हत्या की बढ़ रही घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं की आजादी और सुरक्षा के लिए आगामी 24 अक्टूबर को अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में प्रदेश भर से महिलाएं आकर लखनऊ की सड़कों पर मार्च करेंगी।
पार्टी के जिला प्रभारी रमेश सिंह सेंगर ने कहा कि योगी का बुलडोजर राज जुल्म और आतंक का पर्याय बन गया है। राजधानी लखनऊ के अकबर नगर में 1400 से अधिक घरों को उजाड़कर हजारों परिवारों को को बर्बाद कर दिया गया है।
उन्हें ऐसी जगह बसने के लिए बाध्य किया गया है, जहां न रोजगार है और न शिक्षा स्वास्थ्य व अन्य नागरिक सुविधाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार रियल स्टेट कारोबारियों और कारपोरेट मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए नजूल सम्पत्ति अध्यादेश 2024 लाए हैं जो किसानों मजदूरों के जीवन के लिए ख़तरनाक साबित होगा।
पार्टी के राज्य कमेटी सदस्य का. राधेश्याम मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी के ऊपर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब प्रदेश की बागडोर ऐसे लोगों के हाथ में है जिनका स्वयं का इतिहास ऐसा रहा है कि उनसे न्याय की उम्मीद करना ही बेमानी होगी। सभा को ऐक्टू के जिला सचिव कुमार मधुसूदन मगन ने भी सम्बोधित किया।
संचालन इनौस के प्रदेश सह सचिव राजीव गुप्ता ने किया। प्रतिवाद मार्च में उक्त लोगों के अलावा किसान महासभा के नेता का छोटे लाल रावत, ऐपवा की कमला गौतम, आइसा नेता शान्तम् निधि, अंकित राज धीमान एडवोकेट, रमेश शर्मा, रामसेवक रावत, शिवाजी यादव, रमेश गौतम, अनिल कुमार, हरिश्चन्द्र, आत्माराम निषाद, प्रेम चन्द्र शर्मा, अनिल कुमार मौर्य, लाला निषाद, रौनक सिंह, अयोध्या प्रसाद आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
(प्रेस विज्ञप्ति)
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