भीषण सर्दी के मौसम को देखते हुए आशाएं संस्था की ओर से असहायों को गर्म कम्बल वितरित किए गये। इस अवसर पर शिक्षिका मनीषा आर्या ने कहा जिंदगी के कुछ पल जरूरतमंदों के लिए निकालना जरूरी है जिससे उनके चेहरों पर खुशी आ सके। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन की सार्थकता तब है, जब वह गरीब और असहायों की सेवा करे। मनीषा ने कहा कि जो लोग ऐसा करते हैं, वे इंसानियत की मिसाल पेश करते हैं। मानव जीवन का यही सबसे बड़ा कर्तव्य है।
गीतू शर्मा व अक्षय ने कहा कुछ जरूरतमंद लोग ऐसे हैं जो दिन-रात मेहनत मजदूरी करने के बाद भी दो वक्त की रोटी नहीं कमा पाते हैं। तो वे गर्म व ऊनी कपड़े कैसे खरीदेंगे। ऐसे में उनके पास ठंड में ठिठुरने के अलावा ओर कोई चारा नहीं रहता है। इस कारण इस ठिठुरती ठंड से बचने के लिए आशाएं संस्था द्वारा प्रतिदिन कम्बल का वितरण किया जा रहा है जिससे किसी भी जरूरतमंद को ठंड से तकलीफ न हो और न ही उनका स्वास्थ्य खराब हो।

इस मौके पर समाजसेवी वरुण आर्य ने कहा कि सर्दी के इस मौसम में गरीबों को गर्म कपड़े वितरण करना ही सच्ची मानव सेवा है। सभी को आगे आकर इस पुनीत कार्य में हिस्सा लेना चाहिए ताकि सर्दी के इस मौसम में ठंड के शिकार असहायों को कुछ मदद मिल सके। उन्होंने कहा जीवन का सच्चा अर्थ गरीब व गरीबों व जरूरतमंदों की मदद करना है। वरुण ने बताया कंबल वितरण के माध्यम से आशाएं द्वारा असहायों की परेशानियों को कुछ कम करने की कोशिश की जा रही है और यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा।
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