नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार सुबह आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के परिसरों पर छापेमारी की। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक इस मामले से जुड़े हुए लोगों के कुछ अन्य परिसरों को भी कवर किया जा रहा है। ईडी ने संजय सिंह के परिसरों पर दूसरी बार छापेमारी की है। इससे पहले इसी साल मई के महीने में संजय सिंह के घर पर ईडी ने छापेमारी की थी। उस समय उनके सहयोगियों के घर और दफ्तरों की तलाशी ली गई थी।
51 वर्षीय सिंह आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सांसद हैं। इस मामले में उनके स्टाफ सदस्यों और उनसे जुड़े लोगों से ईडी ने पहले पूछताछ की थी। यह आरोप लगाया गया है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 की नई आबकारी नीति ने गुटबंदी की अनुमति दी और कुछ डीलरों का पक्ष लिया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी। इस आरोप का पार्टी ने जोरदार खंडन किया।
बाद में नीति को रद्द कर दिया गया और दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की, जिसके बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज कर लिया।
संजय सिंह लगातार ईडी और सीबीआई पर हमलावर रहे हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए विपक्ष के नेताओं को डराने का काम कर रही है। शराब घोटाले में ईडी के जरिए दायर चार्जशीट में तीन जगह संजय सिंह का नाम है। दिल्ली शराब घोटाले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में बंद हैं। ऐसे में अब संजय सिंह ईडी के रडार पर हैं। जबकि बुधवार को ही मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट को सुनवाई करनी है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से इस मामले में सीबीआई और ईडी को नोटिस जारी किया गया है।
(जनचौक की रिपोर्ट।)
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