सोनी सोरी और बेला भाटिया के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

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रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस ने आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता और रिसर्चर बेला भाटिया और दो आदिवासी सरपंचों को भी आरोपी बनाया गया है। एफआईआर इन सभी के खिलाफ धारा 188 के उल्लंघन के आरोप में दर्ज की गई है|

असल मामला यह है कि ये सामाजिक कार्यकर्ता आदिवासियों के विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए थे। उद्योगपति अडानी को सरकार ने बस्तर के बैलाडीला पहाड़ में नंदराज पहाड़ खुदाई के लिए सौंप दिया है। इस पहाड़ के नीचे बेशकीमती लोहा है। अडानी ने वहां 10  हजार पेड़ काट डाले। जब आदिवासी युवाओं ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने इन आदिवासी युवाओं की हत्या करनी शुरू कर दी।

जब आदिवासियों ने इन हत्याओं के खिलाफ पुलिस थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया तो पुलिस ने सोनी सोरी समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी।

सोनी सोरी और बेला भाटिया व आदिवासी कार्यकर्ताओं के खिलाफ जिन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है उसमें इन्हें छह महीने की कैद की सजा दी जा सकती है। ये वही बेला भाटिया हैं जिनके पक्ष में कभी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट की थी।

आपको बता दें कि सोनी सोरी को आदिवासियों के हक में आवाज़ उठाने के कारण भाजपा सरकार ने उन्हें थाने में ले जाकर बिजली के झटके दिए थे और उनके गुप्तांगों में पुलिस ने पत्थर भर दिए थे। उस समय कांग्रेस विपक्ष में थी और कांग्रेस ने सोनी सोरी पर हुए अत्याचारों के खिलाफ आन्दोलन में भाग लिया था। कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद वादा किया था कि नई सरकार जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों को रिहा करेगी और सामाजिक कार्यकर्ताओं व पत्रकारों पर भाजपा सरकार द्वारा बनाये गये फर्जी मामले भी वापस लेगी।

लेकिन कांग्रेस ने अभी तक सोनी सोरी, बिनायक सेन, हिमांशु कुमार या अन्य किसी मानवाधिकार कार्यकर्ता पर दर्ज किसी मामले को अभी तक खत्म नहीं किया है। अलबत्ता कांग्रेस के शासन में आने के बाद सैंकड़ों की तादाद में निर्दोष आदिवासियों को जेलों में डाल दिया गया है तथा अनेकों फर्जी मुठभेड़ों में निर्दोष आदिवासियों की हत्याएं भी जारी हैं।

भाजपा राज में चलाये गये सलवा जुडूम जैसे बदनाम सैन्य अभियान में कांग्रेस के शामिल होने का दाग कांग्रेस पर अभी भी लगा हुआ है। कांग्रेस बार-बार सलवा जुडूम के नेता महेंद्र कर्मा की पत्नी को टिकट देकर सलवा जुडूम के लिए अपना समर्थन दर्शाती है। याद रहे सलवा जुडूम के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का बहुत सख्त फैसला आ चुका है। सर्वोच्च न्यायालय ने सलवा जुडूम को संविधान विरोधी तथा मानवता विरोधी अभियान कहा था। उसके बावजूद कांग्रेस ने उसके लिए कभी माफी नहीं मांगी उल्टे उसे अभी तक समर्थन दे रही है।

आज सुबह सोनी सोरी ने बातचीत में कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि ‘मैं तो आजाद भारत की भी जेल में रहूंगा’ उसी तरह लगता है मैं कांग्रेस सरकार की भी जेल में रहूँगी|

(यह रिपोर्ट मशहूर गांधीवादी कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने दी है।)

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