पटना। बिहार विधान सभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान के दौरान आज कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी व अव्यवस्था के चलते मतदान का कार्य प्रभावित हुआ। उधर सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया।
दूसरे चरण में राज्य के सत्रह जिले के 94 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। जहां सुबह मतदान का कार्य धीमे रहा। लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही मतदान की रफ्तार बढ़ती चली गयी। दोपहर तीन बजे तक 44.51 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बीच, सारण जिले के गरखा विधान सभा क्षेत्र में गड़खा मुबारकपुर बूथ संख्या 248 पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। कुछ लोगों का आरोप है कि एक बटन दबाने पर बीजेपी के पांच-पांच वोट पड़ रहे हैं। लोगों के आक्रोश के चलते दो घंटे तक मतदान का कार्य प्रभावित रहा। इस दौरान लोगों ने फर्नीचर तक क्षतिग्रस्त कर दिया।
मतदानकर्मियों के साथ भी लोगों ने धक्का-मुक्की की। बूथ पर हंगामे की सूचना मिलने पर गड़खा सीओ मोहम्मद इस्माइल मौके पर पहुंचे। ईवीएम बदलने के बाद पुनः वोटिंग का कार्य प्रारंभ हुआ।
उधर नालंदा के बूथ संख्या 126 और 127 के आगे सैकड़ों ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सुबह सात बजे मतदान शुरू होते ही ईवीएम मशीन खराब हो गई। ईवीएम में बार- बार खराबी के चलते सुबह 11 बजे तक मात्र 50 वोट ही पड़े थे। ग्रामीणों ने मतदान कर्मियों पर एक दल विशेष के साथ जुड़े होने का आरोप लगाया।

विधानसभा क्षेत्र दानापुर में सड़क की मांग को लेकर एक मतदान केंद्र पर ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार किया। चांदमारी बूथ संख्या 198 पर मतदान कर्मियों के मुताबिक एक भी वोट नहीं पड़ा। यहां लोधीपुर- चांदमारी सड़क बंद करने को लेकर ग्रामीणों में नराजगी है। इस मतदान केंद्र पर कुल 827 वोट हैं।
मोतिहारी जिले के मधुबन विधानसभा क्षेत्र के संबली में एक बूथ पर सड़क निर्माण की मांग को लेकर लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। शाम के पांच बजे तक मतदान नहीं शुरू हो सका था। सुबह से ही अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किए लेकिन मतदाता राजी नहीं हुए।
(पटना से स्वतंत्र पत्रकार जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट।)