वाराणसी। कवि केदारनाथ सिंह की तीसरी पुण्यतिथि की पूर्व संध्या ‘क’ कला दीर्घा में प्रो. अवधेश प्रधान की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि केदारनाथ सिंह की स्मृति में प्रतिवर्ष उनके जन्मदिवस ‘केदारनाथ सिंह स्मृति कविता सम्मान’ दिया जाएगा। हिन्दी तथा अन्य भारतीय भाषाओं के किसी एक कवि का चयन प्रतिवर्ष इस पुरस्कार के लिए किया जायेगा। वर्ष 2021 का पुरस्कार हिन्दी भाषा के कवि को प्रदान किया जायेगा तथा आगामी वर्षों में अन्य भारतीय भाषाओं के कवि का चयन किया जायेगा। पुरस्कार हेतु चयन समिति गठित की जायेगी, जिसमें 05 सदस्य होंगे। चयन समिति का गठन प्रतिवर्ष किया जायेगा। चयन समिति में तीन सदस्य उस भाषा के प्रतिष्ठित कवि होंगे, जिस भाषा के लिए पुरस्कार दिया जाना होगा तथा शेष 02 सदस्य अन्य भारतीय भाषाओं से होंगे। पुरस्कार की धनराशि ₹ 51000/ होगी। पुरस्कार का वितरण केदारनाथ सिंह की जन्मतिथि दिनांक 19 नवम्बर पर आयोजित समारोह में किया जायेगा। पुरस्कार का आयोजन, चयन समिति का गठन तथा वितरण समारोह का आयोजन साखी पत्रिका के तत्वावधान में होगा।
सम्पूर्ण उपक्रम के लिए संचालन समिति निम्नवत् है-
रामदेव शुक्ल (पदेन) प्रेमचंद साहित्य संस्थान के अध्यक्ष, प्रो संध्या सिंह, श्री सुनील कुमार सिंह, सर्वेन्द्र विक्रम सिंह, प्रो राजेश कुमार मल्ल, प्रो अवधेश प्रधान, श्री मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रो सदानंद शाही (साखी के सम्पादक), आदि।
इस पुरस्कार की चयन प्रक्रिया के अनुसार उपरोक्त संचालन समिति एक 05 सदस्यीय चयन समिति का गठन करेगी जो विभिन्न भारतीय भाषाओं से चयनित कवियों की रचनाओं पर विचार करेगी। प्रतिवर्ष देश/विदेश के महत्वपूर्ण भारतीय भाषा-भाषी कवियों, लेखकों तथा समीक्षकों द्वारा संस्तुति आमंत्रित की जाएगी। चयन समिति प्राप्त होने वाली संस्तुतियों से इतर भी नामों पर विचार कर सकेगी। प्राप्त सभी संस्तुतियों/नामों में से चयनित (Shortlisted) 05 नामों को चयन समिति के विचारार्थ प्रस्तुत किया जायेगा और चयन समिति के निर्णयानुसार पुरस्कार की घोषणा प्रतिवर्ष दिनांक 19 नवंबर को की जायेगी। चयनित (Shortlisted) नामों में से पुरस्कार के लिए चयन यथासंभव सर्वानुमति से किया जायेगा। सर्वानुमति के अभाव में बहुमत से निर्णय किया जायेगा। यह पुरस्कार 40 वर्ष तक की आयु के युवा कवि के लिए होगा। पुरस्कार कवि की विगत 03 वर्षों में प्रकाशित पुस्तक पर प्रदान किया जायेगा। पुरस्कार उस भाषा की मौलिक कृति पर प्रदान किया जायेगा। अनुवाद कार्य के लिए पुरस्कार पर विचार नहीं किया जायेगा। पुरस्कार के लिए किसी प्रभाव/दबाव, पैरवी को अनर्हता की कोटि में अवधारित किया जायेगा।
ऑनलाइन (Online) हुयी इस बैठक में प्रो. रामदेव शुक्ल, प्रो. मृदुला सिन्हा, प्रो. सदानन्द शाही, प्रो. संध्या सिंह, प्रो. राजेश मल्ल, श्री सुनील कुमार सिंह, श्री सर्वेन्द्र विक्रम सिंह, श्री मृत्युञ्जय कुमार सिंह आदि उपस्थित थे। इसी के साथ ही केदार जी की तीसरी पुण्यतिथि पर केदार स्मृति व्याख्यान केदारनाथ सिंह की कविताओं का अनुवाद करते हुये: कविताओं का बांग्ला पाठ और चर्चा” का आयोजन ‘साखी’ त्रैमासिक के फेसबुक पेज से लाइव किया जाएगा। यह व्याख्यान प्रो. सोमा बंद्योपाध्याय, कुलपति, तकनीकी विश्वविद्यालय, कोलकाता देंगी।