भोपाल। मोदी सरकार में मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को किसानों के कल्याण और कृषि मंत्रालय का ओहदा दिए जाने पर मध्यप्रदेश के किसानों और किसान संगठनों के बीच तीखी प्रतिक्रिया हुई है। मध्यप्रदेश किसान सभा ने इसे मंदसौर के शहीदों का अपमान और देश के किसानों के साथ एक वीभत्स मजाक बताया है।
अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध मप्र किसान सभा के अध्यक्ष अशोक तिवारी, महासचिव अखिलेश यादव ने मंदसौर में किसानों के हत्याकांड और बाद में उसके दोषियों को बचाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को प्रशासनिक और व्यक्तिगत दोनों रूप से जिम्मेदार बताया। किसान सभा के अनुसार यह बिलकुल वैसा ही जैसे ब्रजभूषण शरण सिंह को महिला कल्याण का मंत्री बना दिया जाए।
संयुक्त किसान मोर्चा की मध्यप्रदेश इकाई ने भी इस नियुक्ति की भर्त्सना की है। एसकेएम की ओर से जारी एक वक्तव्य में किसानों के साझे मोर्चे ने कहा है कि ऐतिहासिक किसान आन्दोलन के बाद हुए समझौते से विश्वासघात करने के बाद शिवराज सिंह को कृषि मंत्री बनाकर मोदी ने जो चुनौती दी है देश के किसान उसका समुचित प्रत्युत्तर देने में सक्षम हैं।
(संयुक्त किसान मोर्चा, मध्यप्रदेश द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति)
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