नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को पार्टी की सर्वोच्च बॉडी कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के सदस्यों के नामों को घोषित कर दिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने सूची जारी करने के पहले सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कई बैठकें कीं। कांग्रेस में फैसले लेने वाली ये सबसे बड़ी कमेटी है। हालांकि पुरानी कमेटी से इस नई कमेटी में ज्यादा बदलाव नहीं किया गया है। लेकिन इस बार सीडब्ल्यूसी में अनुभव और योग्यता वाले नेताओं के साथ ही युवा और महिला नेताओं को आगे किया गया है, तो कांग्रेस में लंबे समय से नाराज रहे नेताओं के समूह G-23 के कई नेताओं को भी जगह दी गई है। इस बार सीडब्ल्यूसी में यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और सेवा दल के अध्यक्षों को भी जगह दी गई है।
इस बार घोषित सीडब्ल्यूसी के कुल 84 सदस्यों में 39 सदस्य हैं तो 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य, 14 राज्यों के प्रभारी सदस्य, 9 विशेष आमंत्रित सदस्य, 4 पदेन सदस्य हैं। पार्टी ने इस साल विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नई टीम तैयार कर ली है। जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां के नेताओं को ज्यादा जगह दी गई है।
इस बार में सीडब्ल्यूसी में उत्तर प्रदेश से सिर्फ 5 सदस्यों को ही जगह मिली है। जबकि पुरानी वर्किंग कमेटी में 57 कुल सदस्यों में 9 उत्तर प्रदेश से थे। उत्तर प्रदेश से राहुल गांधी, सोनिया गांधी और सलमान खुर्शीद को ही इस कमेटी में जगह मिली हैं। जबकि प्रभारी के तौर पर राजीव शुक्ला और विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में सुप्रिया श्रीनेत को शामिल किया गया है।
सोनिया गांधी द्वारा सितंबर 2020 में घोषित वर्किंग कमेटी में उत्तर प्रदेश से स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल रहे प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया को इस बार जगह नहीं मिली है। जबकि जितिन प्रसाद और आरपीएन सिंह अब पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने युवाओं को मौका देते हुए जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, सचिन पायलट, गौरव गोगोई, दीपेंद्र हुड्डा, सचिन राव, वामसी रेड्डी और पूर्व पत्रकार गुरदीप सिंह सप्पल जैसे नेताओं को सीडब्ल्यूसी में शामिल किया है। महिलाओं में अंबिका सोनी, मीरा कुमार, प्रियंका गांधी, प्रतिभा सिंह, दीपा दासमुंशी, रजनी पटेल, मीनाक्षी नटराजन, नेट्टा डिसूजा, फूलो देवी नेताम, अल्का लांबा, सुप्रिया श्रीनेत, यशोमति ठाकुर और परिणीति शिंदे को शामिल किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री मसलन- सिद्दारमैया, भूपेश बघेल, अशोक गहलोत और सुखबिंदर सिंह सुक्खू को जगह नहीं दिया है। ऐसा इस नियम के तहत किया गया है कि राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्रियों को सीडब्ल्यूसी में नहीं रखा जाता है। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित 7 नेताओं को सीडब्ल्यूसी में जगह दी गई है। सचिन पायलट को तीन साल से ज्यादा समय बाद संगठन में पद दिया गया है। जुलाई 2020 में बगावत के बाद पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेशाध्यक्ष से हटा दिया था। इसके बाद से उन्हें कोई पद नहीं मिला था।
पायलट को जिम्मेदारी मिलने के बाद अब उन्हें लेकर चल रहे कयासों पर विराम लग गया है। पायलट को कांग्रेस की सुप्रीम बॉडी में लेकर हाईकमान ने उन्हें अहमियत देने का भी मैसेज दे दिया है। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले पायलट को नई जिम्मेदारी दी गई है। और आगे के लिए संकेत भी दिया गया है कि असंतुष्ट गुट को तरजीह दी जा सकती है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी में तारिक अनवर, मुकुल वासनिक के अलावा जी-23 गुट के आनंद शर्मा, शशि थरूर और मनीष तिवारी को भी जगह दी गई है। इनके अलावा अजय माकन, अशोकराव चव्हाण, प्रियंका गांधी, कुमारी शैलजा, ताम्रध्वज साहू, अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद, जयराम रमेश, जितेंद्र सिंह, रणदीप सुरजेवाला को भी जगह दी गई है।
(जनचौक की रिपोर्ट।)
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