शेयर बाजार में बिकवाली की आंधी से कोई नहीं बच पाया है। छोटे निवेशकों से लेकर अरबपतियों तक को चूना लगा है। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक, इस साल की शुरुआत से अब तक देश के 14 शीर्ष अरबपतियों को लगभग चार लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सिर्फ शीर्ष दो अरबपतियों मुकेश अंबानी और गौतम अडानी को ही दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगा है।
जनवरी से अब तक मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 23.8 अरब डॉलर यानी करीब 1.81 लाख करोड़ रुपये घट गई है। ऐसे में मुकेश अंबानी दुनिया के टॉप 20 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं, लेकिन मुकेश अंबानी तो आखिर अंबानी ही हैं, तो ऐसे में अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स में अपुष्ट सूत्रों के नाम पर एक खबर प्लांट हुई कि सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने कंपनी की वायरलेस टेलीकॉम सेवा जियो में बड़ा निवेश करने की इच्छा जताई है।
खबर में कहा गया कि फेसबुक जियो में कई करोड़ का निवेश कर सकती है। नतीजतन बुधवार 25 मार्च के कारोबारी सत्र के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने नौ फीसदी की छलांग लगाई। रिपोर्ट लिखे जाने तक फेसबुक के निवेश की पुष्टि नहीं हुई है।
बुधवार 25 मार्च को शुरुआती कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 8.83 फीसदी की बढ़त के साथ 1,035 रुपये के भाव तक पहुंचे। इस शेयर ने 951 रुपये की कीमत पर सत्र की शुरुआत की थी। बाजार की पिटाई के दौरान यह शेयर 1,614.7 रुपये के भाव से 879.6 रुपये तक गिर कर नीचे चला गया था। फेसबुक के निवेश की एक खबर और मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर बुधवार को करीब 15 प्रतिशत चढ़ गया।
इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज ने टीसीएस को पीछे छोड़ फिर से सर्वाधिक बाजार पूंजीकरण वाली भारतीय कंपनी का तमगा हासिल कर लिया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर बीएसई में 14.65 प्रतिशत मजबूत होकर 1,081.25 रुपये पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान एक समय यह 22.25 प्रतिशत चढ़कर 1,152 रुपये पर पहुंच गया था। एनएसई में भी इसका शेयर 13.84 प्रतिशत चढ़कर 1,074 रुपये पर बंद हुआ। इस तेजी के दम पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 87,576.98 करोड़ रुपये बढ़कर 6,85,433.30 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कारोबार बंद होने पर टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 6,57,492.85 करोड़ रुपये था। टीसीएस ने बाजार पूंजीकरण के हिसाब से 18 मार्च को रिलायंस को पछाड़ दिया था।
31 दिसंबर 2019 को खत्म हुई तिमाही के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज की कुल बिक्री 1.52 लाख करोड़ रुपये रही, जो एक तिमाही पहले 1.48 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 2.97 फीसदी अधिक था। इस दौरान कंपनी ने 11,784 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट अर्जित किया।
दिसंबर तिमाही के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी के प्रमोटर्स के पास 48,87 फीसदी हिस्सेदारी है। हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के सीएमडी मुकेश अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों ने कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ाई थी, मगर इससे प्रमोटर हिस्सेदारी पर कोई असर नहीं पड़ा।
तेल की मांग पर कोरोना वायरस प्रकोप के असर को लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 41% की गिरावट आई है। वहीं अडानी समूह के गौतम अडानी के बाजार पूंजीकरण में 5.14 अरब डॉलर (-45.6%) यानी करीब 39,151 करोड़ रुपये की कमी आई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) समूह की सभी कंपनियों की मार्केट कैप 13 फरवरी से 27 फरवरी के दौरान 53,706.40 करोड़ रुपये तक घटी है। शुक्रवार को भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने तीन फीसदी तक का गोता लगाया है, जिससे इसकी मार्केटकैप और कम हुई होगी।
आरआईएल समूह की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीयल इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में सबसे अधिक 13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज और नेटवर्क 18 के शेयर 6-6 फीसदी तक फिसले। टीवी 18 ब्रॉडकास्ट ने सात फीसदी और डेन नेटवर्क्स ने दो फीसदी कमजोरी दर्ज की। हालांकि, समूह की कंपनी हेथवे, भवानी केबलटेल और डेटाकॉम के शेयरों ने 16 फीसदी से अधिक की छलांग लगाई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह ने हाल ही में इस कंपनी का अधिग्रहण किया है।
निवेशकों का भरोसा रिलायंस इंडस्ट्रीज पर बनाए रखने के लिए रिलायंस के प्रमोटरों ने आपस में 11,000 करोड़ के शेयरों की खरीद-फरोख्त की। रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) की प्रमोटर इकाइयों में शामिल दवर्षि कमर्शियल एलएलपी ने बुधवार को कंपनी के 11,000 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की। इस फर्म ने यह बिकवाली ओपन मार्केट ट्रांजेक्शन के दौरान की थी।
देवर्षिक कर्मशियल ने दो अलग-अलग सौदों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर बेचे। इस दौरान 5,80,40,583 शेयर 950 रुपये के भाव से बिके, जबकि 5,80,40,587 शेयरों की बिक्री 949 रुपये के भाव पर हुई। इस तरह इन दोनों सौदों की कुल वैल्यू 1,10,21,90,70,913 रुपये रही।
आंकड़ों के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज की अन्य प्रमोटर समरजीत एंटरप्राइसेज एलएलपी ने कंपनी के शेयरों की खरीदारी इन्हीं भावों पर की। बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 14.65 फीसदी की तेजी के साथ 1,081.25 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
दिसंबर तिमाही के शेयर धारकों की सूची के अनुसार, दवर्षि कमर्शियल के पास कंपनी की 11.48 फीसदी हिस्सेदारी थी, जबकि समरजीत एंटरप्राइसेज के पास कंपनी के सिर्फ 200 शेयर थे। गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 1.8 फीसदी की तेजी के साथ 1,100 रुपये पर खुला।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और इलाहाबाद में रहते हैं।)
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