Thursday, March 28, 2024

ब्रिगेड परेड ग्राउंड में 10 लाख की भागीदारी का सीपीएम का दावा, नेताओं ने कहा- बंगाल में खेला नहीं, होगी जनता की जय

चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ ही चुनावी रैलियों का दौर शुरू हो गया। भाजपा जहां बिहार चुनाव के बाद से ही ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां, रोड शो और रथ यात्राएं निकाल रही है। वहीं आज कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में वाम मोर्चा और कांग्रेस ने संयुक्त रैली के साथ ही अपना चुनावी बिगुल बजा दिया है। जिस ब्रिगेड परेड ग्राउंड में लाख-पचास हजार की भीड़ जुटाने में पसीने छूट जाते हैं, उस ब्रिगेड परेड ग्राउंड में हुई वाम-कांग्रेस संयुक्त रैली में 10 लाख लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।

इस संयुक्त चुनावी रैली को सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा, सीपीएम नेता सूर्यकांत मिश्रा और मोहम्मद सलीम, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस बंगाल प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने संबोधित किया। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने संबोधित करते हुए कहा- “चुनावी बॉन्ड के जरिए बीजेपी द्वारा बड़ी मात्रा में धन उगाही की जा रही है। यह राजनीति में सौदाबाजी का चलन शुरू कर रहा है, जबकि यहां बंगाल में तृणमूल कांग्रेस नारदा, शारदा (Narada, Sarada) जैसे वित्तीय घोटालों में लिप्त हो गई। इन दोनों बुरी शक्तियों को हराना होगा। उन्होंने आगे कहा- “बंगाल में लूटपाट की सरकार नहीं चाहिए, जनहित की सरकार चाहिए। तृणमूल से लेकर बीजेपी तक लूटपाट करने में लगी है।”

जनसैलाब से गदगद सीपीएम महासचिव येचुरी ने कहा कि इस रैली में दस लाख लोग शामिल हुए हैं और हम सभी के लिए यह खुशी का समय है। इस बार चुनाव में वोट हमारा बढ़ेगा और हम जीतेंगे।”

इसके बाद सीपीआई महासचिव डी राजा ने रैली में उमड़े जनसैलाब को बदलाव से जोड़ते हुए कहा- “टीएमसी और बीजेपी दोनों को एक मजबूत संदेश भेजने के लिए लोग इस विशाल रैली में इकट्ठा हुए हैं। भाजपा भारत के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नष्ट कर रही है। बीजेपी और टीएमसी को हराना होगा।”

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भाजपा की सांप्रदायिक विभाजनकारी विचारधारा पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सुभाषचंद्र बोस की जयंती मनाने आते हैं, लेकिन उन्हें अपना इतिहास पढ़ना चाहिए। ये लोग सावरकर को मानने वाले हैं, बोस का उत्तराधिकारी नहीं बन सकते हैं।”

भूपेश बघेल ने पश्चिम बंगाल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत कि दुहाई देते हुए कहा- “बंगाल पुनर्जागरण की भूमि है। इस भूमि ने अनगिनत नायकों को जन्म दिया जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। बीजेपी कभी भी बंगाल की इस शानदार विरासत का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती है।”

इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के संरक्षक पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा- “लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन समय की जरूरत है। टीएमसी ने लोकतांत्रिक स्पेस को खत्म कर दिया है। टीएमसी के शासन में बेरोजगारी बढ़ी है। महिलाओं पर हमले बढ़ गए हैं। इन सबसे ऊपर तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी के लिए जगह बनाई है। हमें इन दोनों बुरी शक्तियों को हराना होगा।” उन्होंने आगे कहा- “बंगाल में ममता बनर्जी बीजेपी की बी टीम है। बंगाल की रक्षा करने के लिए अगर उन्हें रक्त भी देना पड़े तो वे इसके लिए तैयार हैं।

माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा- “पश्चिम बंगाल के लोगों ने ममता बैनर्जी के झूठे वादों पर विश्वास करना बंद कर दिया है, जबकि मीडिया टर्नकोट्स पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, हम सभी के लिए रोजगार, लोकतंत्र, पारदर्शिता, शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में बात कर रहे हैं। जहाँ हमारा संघर्ष औद्योगीकरण के लिए है, वहीं भाजपा सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बेच रही है।” उन्होंने आखिर में कहा-” पिछले 10 सालों में हमारे 250 साथी शहीद हुए हैं। हम अपने सभी शहीदों के बलिदान का बदला लेंगे। यह मैदान हमारे विविध भारत जैसा दिखता है जो विविधता में एकता की बात करता है।”

सीपीएम पश्चिम बंगाल के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने जनसैलाब को संबोधित कर कहा- “हमें वैकल्पिक नीति के साथ विभिन्न क्षेत्रों के लोगों तक पहुँचना है। हमें भाजपा और टीएमसी दोनों की विभाजनकारी योजनाओं का विरोध करना है। हम समाज के सभी वर्गों के पुरुषों और महिलाओं के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने के लिए, और बहुलवादी अभिव्यक्ति पर हमले के खिलाफ़ लड़ेंगे। हम रिक्त पदों पर रोजगार सुनिश्चित करेंगे, रोजगार पैदा करेंगे, खाद्य सुरक्षा, सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करेंगे।”

वाम मोर्चा के बंगाल चैयरमेन विमान बसु ने कहा कि इस बार बंगाल से ममता बनर्जी और फिर देश से मोदी सरकार को उखाड़ फेकेंगे। पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता सरकार पर हमलावर होते हुए कहा- “बीजेपी और टीएमसी यहां पर नहीं रहेगी, यहां हमेशा संयुक्त मोर्चा ही रहेगा। अधीर रंजन ने ममता सरकार बदलने की भी बात कही। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा- “ब्रिगेड की विशाल रैली विधानसभा के लिए हमारे प्रचार अभियान की शुरुआत है। हम तृणमूल कांग्रेस और भाजपा की जन विरोधी एवं सांप्रदायिक राजनीति का विकल्प देना चाहते हैं।”

इसके बाद ब्रिगेड परेड मैदान से आरएसपी प्रमुख मनोज भट्टाचार्य ने मोदी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में खेला नहीं होगा, यहां पर जनता की जय होगी। एआईएफबी के राज्य सचिव नरेन चटर्जी ने रैली में कहा है- “जहां टीएमसी लोकतंत्र को नष्ट करने के पर तुली है, वहीं बीजेपी सांप्रदायिक विद्वेष फैला रहा है, इसलिए हमें दोनों को हराना चाहिए।”

भाकपा पश्चिम बंगाल सचिव कामरेड स्वपन बनर्जी ने रैली में कहा- “ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने विपक्ष के लिए कोई लोकतांत्रिक स्थान नहीं छोड़ा है, भाजपा सांप्रदायिक और विभाजनकारी एजेंडे का प्रचार कर रही है। हम दोनों को संयुक्त रूप से पराजित करेंगे।” बता दें कि पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च से 29 अप्रैल तक कुल आठ चरणों में चुनाव कराने की घोषणा हो चुकी है, जबकि 2 मई को मतगणना होगी।

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