छत्तीसगढ़ में 10 दिन के अंदर दूसरा बड़ा नक्सली हमला हुआ है। शनिवार को हुई मुठभेड़ में अब तक 22 जवान शहीद हुए हैं। सीएम भूपेश बघेल के मुताबिक करीब चार घंटे मुठभेड़ चली। नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है। हमारे जवान भी शहीद हुए हैं। कुछ जवान लापता हैं। सात घायल जवानों का रायपुर में इलाज चल रहा है। वे खतरे से बाहर हैं।
बीजापुर जिले के जोनागुड़ा में शनिवार (3 अप्रैल) को पुलिस-नक्सली के बीच मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ करीब 4 से 5 घंटे तक चली है। मुठभेड़ में 22 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। घटना स्थल से एक महिला नक्सली का शव भी मिला है। रविवार सुबह पुलिस की टीम घटनास्थल पर सर्चिंग के लिए निकली। एक बार फिर नक्सलियों से जवानों का आमना-सामना हुआ। सुबह हुई मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है।
सुकमा जिले के मीनपा में हुए पुलिस मुठभेड़ के बाद इस साल की यह सबसे बड़ी घटना है। किसी तरह का एंबुश नहीं लगा था, बल्कि पुलिस को पीएलजीएफ प्लाटून नंबर एक के नक्सली और नक्सली कमांडर हिड़मा की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिली थी, जिसे देखते हुए ऑपरेशन लांच किया गया था। नक्सली जवानों से हथियार लूटने में कामयाब नहीं हो पाए। जवानों की एक टुकड़ी लगातार इलाके में सर्चिंग कर रही है।