समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर शहरी विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनाव मैदान में उतारने के भारतीय जनता पार्टी के फैसले पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा उन्हें पहले ही उनके घर भेज चुकी है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण के बीजेपी में शामिल होने की वह चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।
पार्टी मुख्यालय पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि अब वह भाजपा के किसी विधायक को अपनी पार्टी में शामिल नहीं करेंगे और वे (भाजपा) जिसके टिकट काटना चाहते हैं, काट दें।
पार्टी मुख्यालय पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘कभी कहते थे मथुरा से लड़ेंगे, कभी कहते थे अयोध्या से लड़ेंगे, तो कभी प्रयागराज से लड़ने की बात कहते थे। मुझे खुशी इस बात की है कि भाजपा ने उन्हें पहले ही उनके घर भेज दिया। हालांकि, वह (योगी आदित्यनाथ) कल से गोरखपुर में हैं, अब मुझे लगता है कि उन्हें गोरखपुर में ही रहना पड़ेगा।’’
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगे कहा, ‘‘मैं भारतीय जनता पार्टी से कहूंगा कि अब उसके किसी भी विधायक या मंत्री को नहीं लूंगा। आप जिसके टिकट काटना चाहते हैं, काट सकते हैं।’’ हालांकि, उन्होंने बाद में कहा कि ‘एक को लूंगा’, लेकिन उसका नाम नहीं बताया। इस बीच भाजपा छोड़ चुके पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान आज अखिलेश यादव की उपस्थिति में सपा में शामिल हो गए।
उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी सेवा में रहते ही बीजेपी के लिए काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर आयोग इसकी जांच नहीं करता है तो खुद उस पर ही सवाल उठेंगे। आपको बता दें कि आईपीएस असीम अरुण ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर आज बीजेपी में शामिल हुए हैं।
गौरतलब है कि कल भाजपा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले दो चरणों में होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। यह सूची भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी महासचिव अरुण सिंह के साथ दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जारी की।
प्रधान ने कहा कि आदित्यनाथ गोरखपुर शहर से भाजपा के उम्मीदवार होंगे और सिराथू से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उम्मीदवार होंगे। आदित्यनाथ गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे हैं। आदित्यनाथ और मौर्य वर्तमान में राज्य की विधान परिषद के सदस्य हैं। 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए सात चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)