Friday, April 19, 2024

कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ चक्का जाम, देश भर का किसान-मजदूर सड़कों पर

देश भर में चक्का जाम शुरू हो गया है। इसका व्यापक असर देखा जा रहा है। कई इलाकों में कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। उधर, बेंगलुरु में येलाहंका पुलिस स्टेशन क्षेत्र में 30 किसानों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने उन्हें वापस लौटाना चाहा तो वो वहीं बैठ गए। इसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने 30 किसानों को हिरासत में ले लिया है। किसान संगठन देश भर में आज दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम कर रहे हैं। दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को इससे मुक्त रखा गया है।

पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में किसानों ने चक्का जाम किया है। चक्का जाम की वजह से कई हाईवे पर तो मीलों लंबा जाम लग गया है।

दिल्ली चंडीगढ़ और पलवल हाईवे बंद
प्रदर्शनकारियों ने शाहजहांपुर सीमा (राजस्थान-हरियाणा) के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है।तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ़ किसान संगठनों ने आज देश भर में दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक चक्का जाम किया है। इसको देखते हुए दिल्ली के ITO पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।

दिल्ली से लगे बॉर्डर पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। दिल्ली बॉर्डर पर 50 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। सोशल मीडिया पर पुलिस की एक टीम नजर बनाए हुए है, ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।

वहीं लालकिला, जामा मस्जिद, जनपथ, विश्वविद्यालय, खान मार्केट और नेहरू प्लेस और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशनों समेत 10 मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट गेट बंद किए गए हैं। हालांकि इन स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

किसान संगठनों द्वारा देश भर में आज चक्का जाम के आह्वान को देखते हुए शाहजहांपुर बॉर्डर (दिल्ली-राजस्थान बॉर्डर) पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं। हरियाणा के पलवल में सुरक्षा कड़ी की गई है। किसानों के आज के चक्का जाम के मद्देनज़र पूरे हरियाणा में रेड अलर्ट जारी है। 40 अतिरिक्त पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। शंभू बॉर्डर और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, और सिंघु बॉर्डर पर स्थिति सामान्य है।

राजेवाल और टिकैत ने कल दोपहर ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बैठक के बाद एलान किया था कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को चक्का जाम से अलग कर दिया गया है, क्योंकि इन दोनों भाजपा शासित राज्यों में चक्का जाम के दौरान लाल किला जैसी किसी संभावित हिंसा की आशंका थी, जिसे अंजाम देने के लिए सत्ता पक्ष के लोग मौके की ताक में बैठ हुए हैं। वहीं दिल्ली में तो ढाई महीने से चक्का जाम चल ही रहा है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के चक्का जाम का समर्थन करते हुए ट्वीट किया है, “अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है- ये तीन कानून सिर्फ किसान-मजदूर के लिए ही नहीं, जनता और देश के लिए भी घातक हैं। पूर्ण समर्थन!”

दिल्ली पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने कहा कि पुलिसकर्मियों को रणनीतिक स्थानों जैसे कि रोड नंबर 56, एनएच-24, विकास मार्ग, जीटी रोड, जीराबाद रोड पर देशव्यापी ‘चक्का-जाम’ के आह्वान के मद्देनजर तैनात किया गया है। बैरिकेडिंग इस तरह से की गई है कि दिल्ली में कोई घुसपैठ न हो। बम और डॉग स्क्वॉड को राजधानी के कई स्थानों पर तैनात किया गया है। लाल किला, इंडिया गेट जैसी जगहों पर ध्यान देने के साथ ही बाजारों और धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। इसके अलावा संसद भवन जाने वाले मार्ग पर भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कच्ची सड़कें, जिनके जरिए शहर के अंदर प्रवेश किया जा सकता है, उन पर भी पुलिस की कड़ी नज़र है।

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