अमरोहा-1: दलित शिक्षकों को हाशिये पर फेंकता राजपूत प्रबंधन

“उसे तो कुछ आता ही नहीं, पढ़ाना। पता नहीं चयन बोर्ड ने कितने पैसे लेकर उसकी नियुक्ति कर दी। लेक्चरर का चयन इंटर क्लास को पढ़ाने के लिये होता है लेकिन ये छठी क्लास को नहीं पढ़ा पाता। पता नहीं कितने रुपये लेकर इसे कर दिया भर्ती।” मैंने पूछा किसकी बात कर रहे हैं तो … Continue reading अमरोहा-1: दलित शिक्षकों को हाशिये पर फेंकता राजपूत प्रबंधन