तेलंगाना में ‘राजा’ और ‘प्रजा’ के बीच में लड़ाई: राहुल गांधी

नई दिल्ली। राहुल गांधी चुनावी राज्य तेलंगाना में विजयभरी यात्रा (Vijayabheri Yatra) पर हैं। वह राज्य में जगह-जगह रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केसीआर चुनाव में हारने जा रहे हैं। राज्य में ‘दोराला तेलंगाना’ और ‘प्रजाला तेलंगाना’ के बीच में लड़ाई है। यानि राजा और प्रजा के बीच में लड़ाई है।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना के अलग राज्य बनने के संदर्भ में कहा कि “आपने सपना देखा था, तेलंगाना का सपना। पहले दूर से लोग आप पर राज करते थे। आप चाहते थे कि तेलंगाना की जनता तेलंगाना पर राज करे और पता लगा…10 साल हो गए, आपके चीफ मिनिस्‍टर आपसे दूर होते गए। आपने सोचा था जनता का राज होगा, पता लगा सिर्फ एक परिवार का राज हुआ तेलंगाना में, पूरा का पूरा कंट्रोल एक परिवार के हाथ में और देश में सबसे ज्‍यादा भ्रष्‍टाचार तेलंगाना में। तेलंगाना का मॉडल दूसरे स्‍टेटों में जाता है, एक्सपोर्ट होता है। बाकी देश में तेलंगाना से भ्रष्‍टाचार की तकनीक भेजी जाती है और सबसे ज्‍यादा नुकसान तेलंगाना की जनता को हो रहा है, महिलाओं को हो रहा है, युवाओं को हो रहा है।”

उन्होंने तेलंगाना की राजनीतिक पार्टियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम को देखिए, आप एक चीज नोट करिए, ये तीनों के तीनों कांग्रेस पार्टी पर आक्रमण करते हैं। देश में बीजेपी विपक्ष के नेताओं पर आक्रमण करती है, केस करती है, सीबीआई लगाती है, ईडी लगाती है, इंकम टैक्‍स डिपार्टमेंट लगाती है, बीजेपी विपक्ष को डराने के लिए केस करती है।

राहुल गांधी ने सवालिया अंदाज में कहा कि आपके चीफ मिनिस्‍टर पर कोई इंक्‍वायरी क्‍यों नहीं हुई? चीफ मिनिस्‍टर के पीछे-पीछे ईडी, इंकम टैक्‍स, सीबीआई क्‍यों नहीं लगी है। मैं बीजेपी से लड़ता हूं, मेरे ऊपर 24 केस लगा रखे हैं, मेरी लोकसभा की मेंबरशिप रद्द कर दी, मेरा घर ले लिया, मगर मुझे कोई फर्क नहीं। मेरी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है, आरएसएस और बीजेपी के साथ लड़ाई है। मगर, अगर आपके चीफ मिनिस्‍टर सचमुच में बीजेपी से लड़ रहे हैं तो फिर उनके ऊपर केस क्‍यों नहीं हो रहे? उनके पीछे ईडी, सीबीआई, इंकम टैक्‍स डिपार्टमेंट क्‍यों नहीं लगाए?

राहुल गांधी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि बीआरएस और बीजेपी एक साथ काम कर रहे हैं और ये भी मत सोचिए कि एआईएमआईएम बीजेपी से लड़ रही है। आप एक काम कीजिए, जहां भी कांग्रेस पार्टी बीजेपी से लड़ती है, चाहे वो असम हो, बाकी प्रदेश हों, आप जाकर देखिए एआईएमआईएम अपने कैंडिडेट कांग्रेस पार्टी को डिस्‍टर्ब करने के लिए उतारेगी, कैंडिडेट कहां लगाए जाएंगे वो बीजेपी, एआईएमआईएम को बताती है, ये सच्‍चाई है।

एआईएमआईएम से बीजेपी को फायदा होता है, बीजेपी से एआईएमआईएम को फायदा होता है और बीजेपी से बीआरएस का फायदा होता है, बीआरएस से बीजेपी का फायदा होता है और नुकसान तेलंगाना की जनता का होता है। पार्लियामेंट हाउस में मैंने देखा कि जो भी बीजेपी चाहती है, वो बीआरएस करती है–चाहे वो जीएसटी हो, किसान बिल हो, पूरा का पूरा समर्थन देती है।

उन्होंने कहा कि मैं आज आपसे एक और जरूरी बात करना चाहता हूं। देश में सबसे बड़ा मुद्दा कास्‍ट सेंसस का मुद्दा है, कास्‍ट सेंसस देश को दिखाएगा कि देश में किसकी कितनी भागीदारी है। देश को पता लगेगा कितने दलित हैं? कितने आदिवासी हैं? कितने पिछड़े हैं? कितने ओबीसी हैं? कितने जनरल हैं? कास्‍ट सेंसस एक्‍स-रे जैसा है। जैसे किसी को चोट लगती है, वो पहले एक्‍स-रे करते हैं, पता लगाते हैं कि हड्डी टूटी है, कैसी टूटी है। कास्‍ट सेंसस से ये पता लग जाएगा कि हिन्‍दुस्‍तान का जो धन है, वो कैसे बांटा जा रहा है, किसानों को कितना जा रहा है, मजदूरों को कितना जा रहा है, पिछड़ों को कितना जा रहा है, दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट हाउस में मैंने कास्‍ट सेंसस पर भाषण दिया और देश से सवाल पूछा कि जो लोग हिन्‍दुस्‍तान की सरकार को चलाते हैं, जो सेक्रेटरीज हैं, कैबिनेट सेक्रेटरी हैं, जो सारे के सारे निर्णय लेते हैं, वो 90 लोग हैं। भाईयों और बहनों, आप जानते हो कि देश को एमएलए नहीं चलाते हैं, देश को ब्‍यूरोक्रेट्स चलाते हैं, अफसर चलाते हैं, आईएएस चलाते हैं। तो मैंने देश से सवाल पूछा कि ये जो 90 अफसर हैं, जो हिन्‍दुस्‍तान की सरकार को चलाते हैं इन अफसरों में से ओबीसी अफसर कितने हैं? और मैंने पूछा कि ये जो अफसर हैं, जो ओबीसी अफसर हैं, पिछड़े अफसर हैं, ये लोग, हिन्‍दुस्‍तान के बजट पर कितना निर्णय लेते हैं- भाईयों और बहनों इन 90 अफसरों में से सिर्फ 3 अफसर ओबीसी के हैं, जो सिर्फ 5 परसेंट बजट को कंट्रोल करते हैं।

उन्होंने सवाल किया कि क्या देश में 5 प्रतिशत आबादी है पिछड़ों की? कास्ट सेंसस से ये पता लग जाएगा। तो अगर हम देश में प्रगति चाहते हैं, तो हमें देश की जनता को भागीदारी देनी पड़ेगी, किसानों को भागीदारी देनी पड़ेगी, मजदूरों को भागीदारी देनी पड़ेगी, महिलाओं को भागीदारी देनी पड़ेगी। आज अरबों रुपए का कर्जा माफ होता है हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों का।

अडानी जी लाखों करोड़ रुपए लेते हैं और फिर उनका कर्जा माफ हो जाता है। बिना पूछे कर्जा माफ हो जाता है। किंतु आपमें से एक किसान, एक मजदूर बैंक लोन माफ कराना चाहता है, तो आपको मारकर बैंक से बाहर भगा दिया जाता है। अगर एक महिला या एक युवा छोटा सा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, बैंक से लोन लेते हैं, तो उनका कर्जा कभी माफ नहीं किया जाता। ये जो दुकानदार हैं, जिनकी यहां दुकानें हैं, इनकी जेब में से जीएसटी निकलती है, अडानी जी की जेब में जाती है।

उन्होंने कहा कि ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए। इसलिए पहला कदम देश का एक्स-रे है, कास्ट सेंसस। उससे पता लगेगा कि किसकी कितनी आबादी है और उससे पता लगेगा कि किसके पास हिंदुस्तान का धन है। एक्स-रे के बाद हम गरीब लोगों को सचमुच में भागीदारी दे पाएंगे और हिंदुस्तान की प्रगति में एक बिल्कुल नया चैप्टर लिखा जाएगा। मगर जब मैं कास्ट सेंसस की बात उठाता हूं, तो ना आपके चीफ मिनिस्टर कुछ कहते हैं, ना नरेंद्र मोदी जी कुछ कहते हैं।

उन्होंने प्रधानमंत्री और केसीआर से सवाल किया कि अगर हिंदुस्तान के बजट में सिर्फ 5 प्रतिशत ओबीसी का कंट्रोल है, तो फिर क्या हिंदुस्तान में सिर्फ 5 प्रतिशत ओबीसी हैं? ये जवाब कास्ट सेंसस देगा और इसको हम करवा कर ही रहेंगे, आप देख लेना, इसको हम करवा कर रहेंगे। हमने अपने स्टेट्स में ऑर्डर दे दिया है, छत्तीसगढ़ में, राजस्थान में, कर्नाटक में हमने कास्ट सेंसस का ऑर्डर दे दिया है। तेलंगाना में हमारी सरकार आएगी, तो पहला काम हम तेलंगाना में एक्स-रे करवाएंगे। ये जो आपको दर्द हो रहा है, जो आपको दबाया जा रहा है, जो आपको मारा जा रहा है, पहला कदम एक्स-रे होगा उसके बाद हम जनता की सरकार चलाएंगे, गरीबों की, किसानों की, मजदूरों की सरकार चलाएंगे।

उन्होंने कहा कि कास्ट सेंसस के एक्स-रे से ये भी पता लग जाएगा कि चीफ मिनिस्टर के परिवार ने तेलंगाना का कितना पैसा लूटा है। लाखों-करोड़ रुपए आपसे छीने गए हैं। कर्नाटक में हमने जनता को पैसे देने का काम किया। महिलाओं को फ्री में बस टिकट, किसानों का कर्जा माफ, किसानों के बैंक अकाउंट में पैसा। छत्तीसगढ़ में, हम छत्तीसगढ़ के किसानों को धान के लिए हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा पैसा देते हैं। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार 25 लाख रुपए हर व्यक्ति को स्वास्थ्य के लिए देती है, इंश्योरेंस। हम यहां आपसे झूठे वायदे करने नहीं आए हैं। जैसे केसीआर जी ने आपको झूठा जमीन का वायदा किया था, तीन एकड़ जमीन देने का वायदा किया था, किसी को मिली नहीं।

उन्होंने कहा कि महिलाएं तेलंगाना की रीढ़ की हड्डी हैं, महिलाएं महंगाई से लड़ती हैं। इसलिए हमारा सबसे पहला काम महालक्ष्मी प्रोजेक्ट होगा। ये पैसा महिलाओं के बैंक अकाउंट में जाएगा। 2,500 रुपए हर महीने तेलंगाना की महिलाओं के बैंक अकाउंट में आएगा। बाकी देश में आप 1,000 रुपए का सिलेंडर खरीदती हैं, तेलंगाना में आप 500 रुपए का सिलेंडर खरीदेंगी और बहनों और माताओं, सरकार आने के बाद तेलंगाना में जब आप बस में जाएंगी, आपको एक रुपया नहीं देना पड़ेगा।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

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