नई दिल्ली। यूपी भवन में महिला का यौन उत्पीड़न करने वाला आरोपी महाराणा प्रताप सेना का अध्यक्ष है। इस बात की ताकीद दिल्ली पुलिस ने की। जिसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बुधवार को परमार को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल), 354ए (यौन उत्पीड़न) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार यह व्यक्ति राजवर्धन सिंह परमार दिल्ली के लुटियंस जोन में सांसदों के लिए बने आवास में रह रहा था। इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस ने दी। दिल्ली पुलिस अब इस मामले की भी जांच कर रही है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि आरोपी ने ऐसा कैसे किया। पुलिस के मुताबिक, जिस फ्लैट में वह कथित तौर पर रह रहा है, वह रफी मार्ग पर स्थित विट्ठल भाई पटेल हाउस में है।
एक अधिकारी ने कहा कि दक्षिणपंथी संगठन का मुख्यालय कथित तौर पर फ्लैट से भी संचालित किया जा रहा था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें गड़बड़ियां मिलीं, हम फ्लैट के मूल मालिक के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। यह जांच यौन उत्पीड़न के आरोपों के अलावा एक अलग जांच होगी। परमार की पत्नी से भी फ्लैट के बारे में पूछताछ की जाएगी।” द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उनकी पत्नी ने दावा किया कि वह, परमार और उनकी दो बेटियां पिछले चार साल से फ्लैट में रह रही हैं। उन्होंने कहा कि “हम किसी भी तरह की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं।”
इस मामले में एक और दक्षिणपंथी संगठन से जुड़ी शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि परमार पिछले हफ्ते दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक कराने के बहाने उसे यूपी भवन ले गया और उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की और उसे धमकी भी दी। मजिस्ट्रेट के सामने महिला का बयान दर्ज कराने के बाद आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। एक अधिकारी ने कहा, “हम उन्हें घटनाओं के अनुक्रम को फिर से बनाने के लिए यूपी भवन ले गए हैं और कुछ कर्मचारियों से पूछताछ की है, जिन्होंने परमार को उस अतिथि कक्ष तक पहुंचने की अनुमति दी थी, जिसे केवल गणमान्य व्यक्तियों की श्रेणी में आने वाले लोगों द्वारा ही एक्सेस किया जा सकता है।”
परमार की पुलिस हिरासत शनिवार को खत्म हो रही है और उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। परमार अपने परिवार समेत सांसदों के लिए बने फ्लैट में लंबे समय से रह रहा था। यह बात इस ओर इशारा करता है कि परमार की पहुंच बहुत आगे तक है। और अपनी इसी पहुंच की धौंस का इस्तेमाल वह यौन उत्पीड़न जैसे घिनौने काम में भी करता रहा है।
(कुमुद प्रसाद जनचौक में सब एडिटर हैं।)