फालोअप: मुरादाबाद के शाहेदीन की भीड़-हत्या मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध!

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मुरादाबाद। मुरादाबाद के शाहेदीन की कथित गोकशी के आरोप में की गई भीड़-हत्या का सुराग 8 दिन बाद भी पुलिस को नहीं लग पाया है। इस कारण पुलिस की भूमिका खुद-ब-खुद संदेह के दायरे में आ गई है।

बॉडी-बिल्डर से मजदूर बन चुके उन्तीस साल के शाहेदीन की बीते 30 दिसंबर की रात तीन बजे मंडी समिति परिसर में लाठी-राड से पिटाई की गई थी। इससे वह अधमरा हो गया था और अगले दिन अस्पताल में उसने आखिरी सांस ले ली थी।

इस मुद्दे को लेकर महानगर के एक हिस्से में गहरा तनाव है। मगर, पुलिस की भूमिका सवालिया घेरे में है। संदेह का पहला कारण और बड़ा कारण तो यह है कि पुलिस के पास भीड़-हत्या किए जाने का वीडियो फुटेज मौजूद है।

इसके अलावा, जिन लोगों ने पुलिस को कथित गोकशी की सूचना दी थी, उन लोगों की भी जानकारी पुलिस के पास है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने लगभग चुप्पी साध रखी है और ज्यादातर पुलिस अधीक्षक नगर कुमार रणविजय सिंह बयान दे रहे हैं। बयान के नाम पर उनके पास इसके सिवाय कुछ नहीं है कि पुलिस गहनता से जांच-पड़ताल कर रही है। 

असल सवाल तो यह है कि अभी तक पुलिस किसी हमलावर को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाई है। बीते रविवार की रात मुरादाबाद की सांसद रुचिवीरा ने शाहेदीन की पत्नी और उनके भाइयों से मुलाकात की है। उन्होंने पूरे मामले को उच्च स्तर पर उठाने का आश्वासन भी दिया है। एआईएमआईएम के नेताओं ने भी शाहेदीन के परिजनों से भेंट की है। 

दिल्ली की मुख्य मीडिया ने भले इस मुद्दे को प्रसारित करने लायक न समझा हो, लेकिन यू-ट्यूबरों और न्यूजपोर्टल वालों ने इसे अब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है। हमलावरों को गिरफ्तार न करने के लिए क्या पुलिस के ऊपर कोई दबाव है? या वह जानबूझकर लेटलतीफी दिखा रही है। 

कथितरूप से इस मामले में एक कट्टर हिंदूवादी संगठन का भी नाम आया है। इस बीच राष्ट्रीय बजरंग दल के मेरठ प्रांतीय अध्यक्ष रोहित सक्सेना का भी बयान आया है। उन्होंने गोकशी होने के आरोप को तो दोहराया है मगर सीधे तौर पर अपने संगठन के शामिल होने से इनकार किया है। 

वीडियो में पुलिसकर्मी लोगों से बातचीत करते दिख रहे हैं। उसी वीडियो में भीड़ शाहेदीन को पीट रही है, जिससे उसके हाथ पैर की हड्डियां तक टूट गई थीं। पुलिस के दोहरे रवैये की पुष्टि इस तथ्य से भी होती है कि उसने गोकशी के एक अन्य आरोपी अदनान को 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया था।

जैसे-जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे शाहेदीन के परिवार की दहशत भी बढ़ रही है। शाहेदीन के भाई ने कहा कि उन्हें अब घर से बाहर निकलने में डर लगता है। उनके एक पड़ोसी ने खुलेआम यह आरोप लगाया है कि शाहेदीन की हत्या इसलिए हुई, क्योंकि वह मुसलमान था।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

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