समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। अखिलेश यादव ने खुद ये जानकारी दी है। अखिलेश यादव ने यह भी बताया है कि उनकी पार्टी यानि समाजवादी पार्टी तथा जयंत चौधरी के राष्ट्रीय लोकदल (RLD)के बीच गठबंधन हो गया है जो जल्द ही दोनों पार्टियां मिलकर सीटों के बंटवारे की घोषणा करेंगी। न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि वह अगले साल की शुरुआत में होने वाला उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। अखिलेश ने यह भी कहा कि चुनाव के लिए उनकी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के बीच गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है। सपा प्रमुख ने कहा, “रालोद के साथ हमारा गठबंधन फाइनल हो चुका है। सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाना है।”
गौरतलब है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अलीगढ़ में बड़ा संकेत देते हुये कहा कि उनके कार्यकर्ताओं को सम्मान मिले तो वह समाजवादी पार्टी से विलय को तैयार हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश यादव चुनाव पूर्व माहौल को पूरी तरह सांप्रदायिक और सपा बनाम भाजपा बनाने की कवायद में लगे हुये हैं। हरियाणा के बल्लभगढ़ में योगी आदित्यनाथ ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग अपनी विभाजनकारी मानसिकता से बाज नहीं आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष का बयान इसी बात को प्रदर्शित करता है। जिन्ना के महिमामंडन के लिए उनको देश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए।
हरदोई में रविवार को समाजवादी विजय रथ लेकर पहुंचे सपा प्रमुख यादव ने माधौगंज के एक स्कूल में जनसभा को संबोधित करते हुये भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के दो ही काम हैं, एक समाजवादी पार्टी के कामों के नाम बदलना और दूसरा शौचालय बनवाना। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लौहपुरुष सरदार पटेल को आज याद तो कर रही है, अगर वास्तव में उनके बताए रास्ते पर चलना है तो जो तीन कृषि कानून पास किए हैं, उनको आज ही वापस ले लें तो पटेल को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सरदार पटेल की जयंती पर उनके बहाने पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश सरदार पटेल को याद कर रहा है, उनकी जयंती मना रहा है। वल्लभभाई पटेल का देश को एक रखने में और खुशहाल रखने में बड़ा योगदान है। उन्होंने स्वयं किसानों की लड़ाई लड़ी, इसलिए उन्हें सरदार और लौह पुरुष भी कहा जाता है।
सरदार पटेल के बहाने किसानों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दावा करती है कि सरदार पटेल के रास्ते पर चल रहे हैं, लेकिन आज सबसे ज्यादा किसान दुखी हैं।आज किसानों की आय कम हुई है, महंगाई बढ़ गई है, बेरोज़गारी बढ़ी है, जिस तरह से सरकार चल रही है, सभी वर्ग अपमानित हो रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ के तकनीकी निरक्षरता और युवा सोच को न समझ पाने पर तंज कसते हुए रविवार को उन्होंने कहा कि जो आज के युग में लैपटॉप और मोबाइल फोन भी चलाना न जाने वे युवाओं के हित की बात कैसे समझेंगे। समाजवादी विजय रथ के दूसरे चरण की यात्रा का आगाज करते हुये उन्होंने कहा कि युवा ही इस देश का भवष्यि हैं और युवाओं के मन की बात युवा सोच वाले लोग ही समझ सकते हैं। अभी तक तो हम यह जानते थे कि हमारे मुख्यमंत्री लैपटॉप चलाना नहीं जानते , लेकिन अभी एक अधिकारी ने बताया कि वह मोबाइल भी चलाना नहीं जानते हैं। जरा, सोचो जो आज के जमाने में मोबाइल और लैपटॉप नहीं चला पाए वह नौजवानों की बात क्या समझेंगे?’
उन्होंने कामचोर, नामधारी भाजपा सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि भाजपा के दो सबसे प्रिय काम हैं। पहला विभिन्न स्थानों के नाम बदलना और दूसरा शौचालय बनवाना। उन्होंने कहा कि जो समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे सपा सरकार में बन रहा था, मुख्यमंत्री ने इसका नाम बदल दिया। इसी तरह सपा सरकार में न्यूयॉर्क पुलिस की तर्ज पर उत्तर प्रदेश पुलिस की हेल्पलाइन सेवा ‘यूपी 100’ शुरू की। यह ऐसी सेवा थी कि अगर गांव से भी कोई फोन करे तो पुलिस उसकी मदद करने पहुंचती थी। मगर मुख्यमंत्री योगी ने इसका भी नाम बदल कर ‘डायल 112’ कर दिया।
सपा प्रमुख ने योगी सरकार पर शिक्षा, रोज़गार और स्वास्थ्य सहित अन्य सभी क्षेत्रों में कोई काम नहीं करने का आरोप लगाते हुये कहा कि मंहगाई की अतिरक्ति मार ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पेट्रोल-डीजल महंगा करके निजी कंपनियों का मुनाफ़ा करवाया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि जब-जब समाजवादी विजय रथ चला है तब-तब सपा की सरकार बनी है और अब तो पेट्रोल डीजल महंगा करके सरकार भी इशारा कर रही है कि आप साइकिल चलाइए।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)
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