नई दिल्ली। कांग्रेस महासिव प्रियंका गांधी दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंच कर कांग्रेस के उन सांसदों से मुलाकात की जो पिछले 32 दिनों से किसानों के समर्थन में धरने पर बैठे हैं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने न केवल उनकी हौसलाअफजाई की बल्कि किसान आंदोलन के साथ भी अपनी एकजुटता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी है। उनका कहना था कि वह केवल जबानी नहीं बल्कि सड़क और जमीनी स्तर पर भी उनके साथ है इसका सबसे बड़ा सबूत सांसदों का यह धरना है।

दरअसल समय के साथ ही किसानों का आंदोलन और तेज होता जा रहा है। सरकार को ऐसा लग रहा था कि थक-हार कर किसान एक दिन अपने घरों को वापस लौट जाएंगे। और उसने इसी लिहाज से वार्ताओं का लंबा दौर चलाया। लेकिन कल की ट्रैक्टर रैली और जगह-जगह से किसानों को मिल रहे समर्थन के बाद उनका हौसला और बढ़ता जा रहा है। और जैसे-जैसे गणतंत्र दिवस नजदीक आ रहा है सरकार की मुसीबतें भी बढ़ती जा रही हैं। आज नवें चक्र की वार्ता है देखना होगा कि सरकार क्या करती है? कोई हल निकलता भी है या फिर आज की भी वार्ता बेनतीजा रहेगी।
बहरहाल विपक्षी नेताओं ने भी अब अपने-अपने तरीके से इस आंदोलन में भागीदारी शुरू कर दी है। पटना में किसानों का अनिश्चित कालीन धरना शुरू हो गया है जबकि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसान इस आंदोलन में शामिल होने के लिए अभी रास्ते में हैं। ऐसे मौके पर प्रियंका गांधी की इस पहल को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हरियाणा के पंचायत चुनाव में जिस तरह से सत्ता पक्ष को हार का सामना करना पड़ा है उससे विपक्षियों को इस आंदोलन में उम्मीद की नई किरण दिखने लगी है।