संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आह्वान पर शुक्रवार को पंजाब के किसानों ने राज्य भर में व्यापक रोष प्रदर्शन करके ‘काला दिवस’ मनाया। महिला किसानों और खेत मजदूर के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी उनका साथ दिया।
बुधवार को हरियाणा पुलिस के साथ हिंसक झड़प में युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी और तकरीबन 200 किसान गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। किसान हरियाणा से होते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर बढ़ रहे थे लेकिन हरियाणा पुलिस ने जानलेवा हथियारों के बल पर उन्हें रोक लिया। इसमें शुभकरण की जान चली गई और अन्य किसान जख्मी होकर अस्पतालों में पड़े हैं। इसी के विरोध स्वरूप आज देश भर में, खासतौर से पंजाब में किसानों ने ‘काला दिवस’ मनाया।
हासिल जानकारी के मुताबिक पटियाला, लुधियाना, मलेरकोटला, संगरूर, बरनाला, बठिंडा, मानसा, मोगा, फरीदकोट, अमृतसर, जालंधर, श्री मुक्तसर साहिब, गुरदासपुर, तरनतारन, मोहाली, चंडीगढ़ और फतेहगढ़ साहिब में हजारों की तादाद में पुरुष और महिला किसानों ने रोष-प्रदर्शन में शिरकत की। कस्बों और गांवों में भी किसानों और खेत मजदूरों ने एकजुट होकर ‘काला दिवस’ मनाया। तमाम जगह केंद्र और हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य के गृहमंत्री अनिल विज के पुतले जलाए गए।
इसी सिलसिले की अगली कड़ी में किसान 26 फरवरी को विरोध स्वरूप ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इस बीच मृतक युवा किसान शुभकरण सिंह के परिजनों ने हरियाणा सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शुभकरण की मौत दरअसल हत्या है। इसके लिए हरियाणा सरकार और पुलिस सीधे तौर पर दोषी है। उधर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपए की नगद सहायता और युवा किसान की बहन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। ‘एक्स’ पर ट्वीट करके भगवंत मान ने यह जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक सर्वोच्च सिख संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) भी शुभकरण सिंह के परिवार को आर्थिक सहयोग की घोषणा कर सकती है। इसके संकेत शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने दिए। शुक्रवार को पंजाब के किसानों के ‘काला दिवस’ में मृतक किसान शुभकरण सिंह के परिजनों ने भी शिरकत की।
(पंजाब से अमरीक की रिपोर्ट।)