पटना। गुजरात के मोरबी पुल हादसे में मारे गए लोगों की स्मृति में आज पटना के बुद्ध स्मृति पार्क के पास भाकपा-माले की पटना महानगर कमेटी की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कैंडल जलाकर माले कार्यकर्ताओं व आम नागरिकों ने एक मिनट का मौन रखकर सभी मृतकों को अपनी श्रद्धांजलि दी। आज ही दरभंगा में भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता कॉ. लक्ष्मी पासवान की भी मौत हो गई। कार्यकर्ताओं ने कॉ.. लक्ष्मी पासवान और पत्रकारिता जगत के जाने-माने फोटोग्राफर एपी दुबे को भी अपनी श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि सभा को माले के वरिष्ठ नेता केडी यादव, किसान महासभा के नेता शिवसागर शर्मा, ऐपवा की बिहार राज्य सचिव शशि यादव, अनीता सिंह, मीडिया प्रभारी कुमार परवेज, जसम के अनिल अंशुमन आदि नेताओं ने संबोधित किया। जबकि कार्यक्रम का संचालन माले की राज्य कमेटी के सदस्य व एआईपीएफ के संयोजक कमलेश शर्मा ने किया।
वक्ताओं ने कहा कि मोरबी पुल हादसा भाजपा के तथाकथित विकास मॉडल की पोल खोलता है। गुजरात का बहुप्रचारित मॉडल विकास का नहीं बल्कि विनाश व जनसंहार का मॉडल है। आम लोगों की जिंदगी को भाजपाई खेल समझते हैं। आज पूरा भारत जानना चाहता है कि एक घड़ी बनाने वाली कंपनी को आखिर क्यों पुल को मरम्मत करने का ठेका दिया गया? गुजरात सरकार ने लगभग 200 लोगों को जानबूझकर मौत के मुंह में धकेलने का काम किया।
वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री उस वक्त गुजरात में ही थे, लेकिन वे रैली संबोधित करते रहे। एक दिन बाद घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन अस्पतालों की हकीकत आज सबके सामने है। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
ऐसी संवेदनहीन व भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार को देश अब एक पल भी बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है। आने वाले गुजरात चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा की सरकार को सबक सिखाया जाएगा।
पार्टी की मांग है कि सभी घायलों के उचित इलाज का प्रबंध सरकार द्वारा किया जाना चाहिए। भ्रष्टाचार में लिप्त व अव्वल दर्जे की लापरवाही बरतने वाले इस घटना के जिम्मेदार अधिकारियों और ओरेवा कंपनी पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
(प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)