नई दिल्ली/उज्जैन। मध्य प्रदेश में किसानों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। एक सप्ताह पूर्व फसल बेचने के इंतजार में विदिशा की लटेरी मंडी में किसान मूलचंद की मौत के बाद, अब राजगढ़ की नरसिंहगढ़ मंडी में किसान ओमप्रकाश पाटीदार की मौत हो गई। किसानों की मौत के बाद प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। विपक्ष बीजेपी सरकार पर हमलावर है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया है कि-
‘‘मध्यप्रदेश में पिछले 14 साल में 16,000 से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान सरकार ने मध्यप्रदेश को मृत्यु प्रदेश और खेत-खलिहानों को श्मशान बना दिया है।’’
—किसानों को मरने की हद तक लाचार करने वाली सरकार और शासक की विदाई का वक़्त आ गया है।@INCIndia @INCMP @RahulGandhi pic.twitter.com/BQf6U6JTse
मप्र में पिछले 14 साल में 16000 से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं, शिवराज ने मध्यप्रदेश को मृत्युप्रदेश और खेत-खलिहानों को श्मशान बना दिया हैं।
—किसानों को मरने की हद तक लाचार करने वाली सरकार और शासक की विदाई का वक़्त आ गया है।@INCIndia @INCMP @RahulGandhi pic.twitter.com/BQf6U6JTse— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 22, 2018
अभी तक सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष के ट्वीट पर कोई जवाब नहीं दिया है। जिला प्रशासन मामले को रफा-दफा करने में लगा है। जिला प्रशासन के अनुसार, ‘‘ राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ तहसील मुख्यालय पर मंगलवार को हुई किसान ओमप्रकाश पाटीदार की मौत प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार हृदयाघात से हुई है। जिला प्रशासन ने ओमप्रकाश के परिवार को चार लाख रुपये का सहायता अनुदान स्वीकृत किया है,जो शीघ्र ही पीड़ित परविार को दे दिया जाएगा। ओमप्रकाश अपने भाई पीरूलाल को भोजन एवं अन्य सामग्री देने दोपहर ग्राम बोड़ा से नरसिंहगढ़ आए थे। उनके भाई फसल बेचने के लिए यहां पहुंचे थे, दोपहर में साढ़े तीन बजे उनके भाई की फसल की तौल हो चुकी थी। तौल और भोजन करने के बाद लगभग शाम चार से पांच बजे के बीच ओमप्रकाश की मृत्यु हुई।’’
कमलनाथ राज्य की शिवराज सरकार पर हमला करते हुए कहते हैं कि –
‘‘मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने को किसान पु़त्र कहते हैं। किसान पुत्र के राज में किसानों की मौत का सिलसिला जारी है। कभी गोली से, कभी कर्ज के बोझ से और अब मंडी में फसल बेचने के इंतजार में किसान मौत के मुंह में जा रहे हैं। किसानों को मरने की हद तक लाचार करने वाली सरकार और शासक की विदाई का वक्त आ गया है। शिवराज सरकार में किसान नुकसान में और व्यापारी फायदे में चल रहे हैं।’’
किसानों की मौत पर कमलनाथ ने कहा कि अब इस सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। लेकिन पिछले पंद्रह साल से सत्ता में रहने वाली सरकार को कांग्रेस कैसे बेदखल करेगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी किसी एक नेता को अपना चेहरा नहीं बनाएगी। प्रदेश के पीड़ित किसान, असुरक्षित महिला, बेरोजगार नौजवान ही चुनाव में कांग्रेस पार्टी के चेहरे होंगे। कांग्रेस इन्हीं लाखों चेहरों के साथ चुनाव लड़ेगी। पहली बार जनता का हर वर्ग बीजेपी सरकार से त्रस्त है और बीजेपी आम जनता के सवालों का जबाव देने की स्थिति में नहीं है। इस बार आम जनता झूठ और वादाखिलाफी का हिसाब लेने के लिए चुनाव लड़ेगी।