घोसी की जनता ने भाजपा को ‘पचास हजारी पछाड़’ दी है: अखिलेश यादव

नई दिल्ली। 2024 लोकसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी विधानसभा उप-चुनाव परिणाम ने सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं में सिहरन पैदा कर दी है। घोसी उपचुनाव परिणाम से जहां समाजवादी पार्टी के हौसले बुलंद हैं वहीं विपक्षी पार्टियों के इंडिया गठबंधन के लिए आने वाले दिनों में सुखद संदेश भी दिया है। घोसी संघ-भाजपा की नीतियों-विचारों के साथ ही साथ उसे छल-छद्म-प्रपंच और धनबल-बाहुबल की भी हार है।

घोसी विधानसभा उप-चुनाव में जीत के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर किए पोस्ट में कहा कि “घोसी की जनता ने भाजपा को ‘पचास हजारी पछाड़’ दी है। ये भाजपा की राजनीतिक ही नहीं, नैतिक हार भी है।”

घोसी विधानसभा उप-चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह को इंडिया गठबंधन का भी समर्थन प्राप्त था। भाजपा से दारा सिंह चौहान थे। बाकि आठ और उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। नोटा समेत जनता के पास कुल 11 लोगों को चुनने का विकल्प था। आश्चर्य की बात यह है कि यह चुनाव मात्र दो प्रत्याशियों के बीच सिमट गया। समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह को लगभग 124427 मिले। भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को 81668 मत मिले। जबकि नोटा सिर्फ 1725 लोगों की पसंद रहा जबकि बाकि प्रत्याशियों में सनाउल्लाह 2570 मत पाकर निर्दलियों में सबसे आगे रहे। अन्य निर्दलीय उम्मीदवार महज कुछ सौ मतों तक सिमट गए। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को लगभग 42759 मतों से पराजित किया।

उन्होंने दूसरे पोस्ट में लिखा “घोसी ने सिर्फ समाजवादी पार्टी के नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को जिताया है और अब यही आने वाले कल का भी परिणाम होगा। ये सकारात्मक राजनीति की जीत है और सांप्रदायिक नकारात्मक राजनीति की हार है। ये दलीय संकीर्ण विचारधारा और जाति बंधन से ऊपर उठकर, उस प्रत्याशी की जीत है जिसके काम करने की आशा है और नाकाम प्रत्याशी की पराजय है। ये एक ऐसा अनोखा चुनाव है जिसमें जीते तो एक विधायक हैं पर हारे कई दलों के भावी मंत्री हैं।”

एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा कि “महिलाओं ने जिस प्रकार घोसी में सपा की जीत के लिए वोट डाला है, उसके लिए सबको बहुत-बहुत धन्यवाद! ये भाजपा सरकार में लगातार बढ़ती महंगाई और लगातार घटती कमाई की दोहरी मार झेल रहे परिवारों का आक्रोश है, जिसने वोट बनकर भाजपा को हराया है।”

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजयराय ने एक्स पर पोस्ट किया कि “घोसी की जनता ने अपने दिल में जगह दी। इस उपचुनाव में INDIA गठबंधन के प्रत्याशी की जीत इस बात का ऐलान करती है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों और नफ़रत के बाजार से जनता परेशान हो चुकी है। तय मानिए! 2024 में उत्तर प्रदेश की जनता ने NDA को विदा करने का मन बना लिया है।”

उपचुनाव के नतीजों पर माले महासचिव ने कहा-जुड़ेगा भारत जीतेगा इंडिया

भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने देश के विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजों को उत्साहवर्द्धक बताते हुए कहा- ‘जुड़ेगा भारत जीतेगा इंडिया’। उन्होंने कहा कि झारखंड के डुमरी में भाजपा और आजसू संयुक्त रूप से लड़ रही थी और ऐसे में डुमरी उपचुनाव जीतना महागठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण था। लेकिन इसे सफल बनाया गया। इसके लिए उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाकपा-माले के बगोदर से विधायक विनोद सिंह तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा और भाकपा-माले की कतारों को बधाई दी, जिन्होंने इसे सफल कर दिखलाया।

यूपी के घोसी में सपा की बड़ी जीत हुई है। घोसी और डुमरी के बाद, पश्चिम बंगाल के धूपगुड़ी उपचुनाव का नतीजा एक और महत्वपूर्ण संकेत है। बेहद करीबी मुकाबले में टीएमसी ने यह सीट बीजेपी से छीन ली है। हालांकि, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि 2021 के चुनावों में, भाजपा ने उत्तर बंगाल में बड़ी जीत हासिल की थी और उसकी हार का अंतर अभी भी काफी कम है। लेकिन कुल मिलाकर उपचुनाव के नतीजे देश में बदलाव के महत्वपूर्ण संकेत दे रहे हैं।

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