द इंडियन एक्सप्रेस में एक कालम्निस्ट और कन्ट्रीब्यूटिंग एडिटर नीरजा चौधरी की आगामी पुस्तक ‘हाऊ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड’ में कुछ…
किताब ‘कैदखाने का आईना’: जेल में भ्रष्टाचार ही सिस्टम है
स्वतंत्र पत्रकार और लेखक रूपेश कुमार सिंह 7 जून, 2019 से 5 दिसंबर, 2019 तक बिहार की दो जेलों में…
जयंतीः शहादत के बाद भी अंग्रेज सरकार थर्राती थी गेंदालाल से
देश की आजादी कई धाराओं, संगठन और व्यक्तियों की अथक कोशिशों और कुर्बानियों का नतीजा है। गुलाम भारत में महात्मा…
अपरिभाषेय राष्ट्रवाद की परिभाषा!
जेएनयू के परिसर में सन् 2016 की सर्दियों में हुए राष्ट्रवाद पर भाषणों के संकलन, ‘What the nation really needs…
विद्यार्थी परिषद का नया उपद्रव! तमिलनाडु की यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम से हटाई गई अरुंधति की किताब
न तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कोई बौद्धिक संगठन है, न ही कोई शिक्षाविद् संगठन, बावजूद इसके तमिलनाडु की…
हत्यारे के महिमामंडन काल में सच्चाई की इबारत है ‘उसने गांधी को क्यों मारा’
कुछ पुस्तकें ऐसी होती हैं जो विमर्श और सोच-समझ के नए आयाम प्रस्तुत करती हैं और बदलाव की वाहक बनती…