(प्रधानमंत्री मोदी के नाम एक भूमिपुत्र का खुला ख़त)
लिखतुम भूमिपुत्र, पढ़तुम प्रधानमंत्री मोदी,नमस्कार, आदाब, सत् श्री अकाल
थोड़े लिखे को तुम ज्यादा ही समझना। ‘आप’ के बजाय ‘तुम’ कहकर संबोधित इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि दिल में रंजिश हो तो...
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है,मगर यह आंकड़े झूठे हैं यह दावा किताबी है!
अदम गोंडवी की इन लाइनों में प्रासंगिकता के साथ किसान की दशा का प्रतिबिंब दिखाई देता है। किसान की परिभाषा के अंतर्गत खेत में...
2014 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के प्रबल झंझावात के बल पर भाजपा/एनडीए की सरकार बनी थी। उम्मीदें भी थीं, और गुजरात मॉडल का मायाजाल भी। नरेंद्र मोदी की क्षमता पर ज़रूरत से ज्यादा लोगों को भरोसा भी था। कांग्रेस...