Tag: अर्णब गोस्वामी

  • क्या ‘व्यक्तिगत स्वतंत्रता सर्वोपरि’ का सिद्धांत औरों पर भी लागू होगा योर ऑनर!

    क्या ‘व्यक्तिगत स्वतंत्रता सर्वोपरि’ का सिद्धांत औरों पर भी लागू होगा योर ऑनर!

    उच्चतम न्यायालय ने अर्णब गोस्वामी की अंतरिम जमानत पर रिहाई को न्यायोचित ठहराते हुए कहा है कि आपराधिक कानून नागरिकों के चयनात्मक उत्पीड़न के लिए एक उपकरण नहीं बनना चाहिए। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदिरा बनर्जी की पीठ ने आज विस्तृत फैसला सुनाया और टिप्पणी की कि एक दिन के लिए स्वतंत्रता से वंचित…

  • बॉम्बे हाई कोर्ट ने रिपब्लिक टीवी को दी मुंबई पुलिस की चार्जशीट को चुनौती देने की अनुमति

    बॉम्बे हाई कोर्ट ने रिपब्लिक टीवी को दी मुंबई पुलिस की चार्जशीट को चुनौती देने की अनुमति

    बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को रिपब्लिक टीवी की मूल कंपनी एआरजी आउटलेयर को मुंबई पुलिस द्वारा कथित रूप से फर्जी टीआरपी घोटाले में दायर आरोप पत्र को चुनौती देने के लिए अपनी याचिका में संशोधन करने की अनुमति दी। इस बीच कर्नाटक हाई कोर्ट ने रिपब्लिक टीवी सीईओ प्रिया मुखर्जी को टीआरपी घोटाले में 20…

  • टीआरपी घोटालाः मुंबई पुलिस ने दाखिल किया 1,400 पृष्ठों का आरोप पत्र

    टीआरपी घोटालाः मुंबई पुलिस ने दाखिल किया 1,400 पृष्ठों का आरोप पत्र

    टीआरपी घोटाले में अर्णब गोस्वामी के स्वामित्व के रिपब्लिक टीवी के संलिप्त होने के मामले में मुंबई पुलिस ने जबसे संज्ञान लिया है, तब से केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार में ठन गई है। जहां केंद्र सरकार और भाजपा खुल्लमखुल्ला अर्णब गोस्वामी के बचाव में उतर आई हैं, वहीं महाराष्ट्र की सरकार उन सभी क़ानूनी…

  • पट्टी बंधी न्याय की आंखें भी करने लगी हैं भेदभाव

    पट्टी बंधी न्याय की आंखें भी करने लगी हैं भेदभाव

    न्यायिक क्षेत्रों में आजकल संविधान के अनुच्छेद 32 और उस पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक ही सप्ताह में दो अलग-अलग पीठों द्वारा की गई व्याख्या के कारण बहस छिड़ गई है। लगभग सभी बड़े अखबारों ने अपने संपादकीय में इस बहस पर चर्चा की है और कानून के जानकारों ने लेख लिखे हैं। अर्णब गोस्वामी…

  • अवमानना मामले में कुणाल कामरा ने कहा- न माफी मांगूगा और न वकील करूंगा

    अवमानना मामले में कुणाल कामरा ने कहा- न माफी मांगूगा और न वकील करूंगा

    सुप्रीम कोर्ट की कथित अवमानना को लेकर कॉमेडियन कुणाल कामरा ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने जजों और अटॉर्नी जनरल को लिखे एक खत में कहा है कि न ही मैं माफी मांगूंगा और न ही मैं वकील करूंगा। कुणाल कामरा ने अपना यह पत्र ट्वीट भी किया है। इसमें उन्होंने लिखा…

  • मी लार्ड! व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार वरवर राव को भी है

    मी लार्ड! व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार वरवर राव को भी है

    आज जब अर्णब गोस्वामी को सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 142 के अंतर्गत प्राप्त अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए, जमानत दी तो एक पुराना मामला याद आया। यह मामला है तेलुगू के कवि और मानवाधिकार कार्यकर्ता वरवर राव का। वरवर राव भी अपने मुक़दमे में जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे, और…

  • संगीन अपराध का आरोपी हुआ नायक के तौर पर पेश!

    संगीन अपराध का आरोपी हुआ नायक के तौर पर पेश!

    इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार अर्णब गोस्वामी को सात दिन बाद उच्चतम न्यायालय द्वारा बुधवार को अंतरिम जमानत मिल गई। रात लगभग 8.30 बजे तलोजा जेल से बाहर निकलते ही रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब कार की छत पर बैठ गए। अर्णब ने नारे लगाते हुए अपनी…

  • अपनी ही नफरत की आग में जल जाएंगे अर्णब और कंगना!

    अपनी ही नफरत की आग में जल जाएंगे अर्णब और कंगना!

    महाराष्ट्र सरकार ऐसा लगता है कि अर्णब गोस्वामी को नायक बनाकर ही दम लेगी। न्यू इंडिया की आक्रामक, हिंसक तथा विभाजनकारी विचारधारा की लाक्षणिक विशेषताओं से परिपूर्ण, किंचित असमायोजित व्यक्तित्वधारी अतिमहत्वाकांक्षी अर्णब को महाराष्ट्र सरकार ने अपनी कोशिशों से निरंतर चर्चा में बनाए रखा है। इसके पूर्व भी महाराष्ट्र सरकार कंगना को महाराष्ट्र की राजनीति…

  • अर्णब गोस्वामी: कितनी पत्रकारिता, कितनी आजादी और कितना अपराध?

    अर्णब गोस्वामी: कितनी पत्रकारिता, कितनी आजादी और कितना अपराध?

    अर्णब मामले में ताजी खबर यह है कि 9 नवंबर को बॉम्बे हाई कोर्ट ने अंतरिम जमानत की उनकी अर्जी खारिज कर दी है, और उन्होंने सत्र न्यायालय में भी जमानत के लिए अपनी अर्जी लगाई है, जिस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। भले ही अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी उनके निजी व्यावसायिक लेनदेन…

  • अर्णब की गिरफ्तारी और पत्रकारों का निर्गुण गान

    अर्णब की गिरफ्तारी और पत्रकारों का निर्गुण गान

    अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद उदारवादी पत्रकारों का बड़ा हिस्सा गजब की दुविधा में नजर आया। इसमें सिद्धार्थ वरदराजन और रवीश कुमार जैसे वे चेहरे भी शामिल हैं, जो सच्चे पत्रकार हैं और देश के लोकतंत्र को बेहतर बनाने के लिए लड़ रहे हैं। आम लोगों से उनके दिली रिश्ते हैं। उन लोगों को…