संतुलित समृद्धि के लिए जाति-जनगणना के दर्पण में भारत के लोकतंत्र का चेहरा

जातिवार जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण का महत्व सिर्फ सरकारी नौकरियों में आरक्षण और कुछ अनुदान-उपदान तक ही सीमित नहीं है।…