Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

भगत सिंह की फांसी और ग़द्दारों की कहानी

अंग्रेजी राज में एक ऐसे जज भी हुए जिन्होंने भगत सिंह को फांसी की सजा दिलाना कबूल नहीं किया और निर्णय सुनाने से पहले अपने [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

मुश्किल तो अपने समय के सैकड़ों भगत सिंह के साथ खड़ा होना है- संदर्भ भगत सिंह शहादत दिवस

पहली बात कि भगत सिंह का मानना था कि ब्रिटिश साम्राज्य भारत के बहुसंख्यक लोगों के हितों के खिलाफ है। ध्यान रहे बहुसंख्यक न कि [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

मोदी जी, हथकड़ी प्रवासी भारतीयों के नहीं हमारे और आपके हाथ में लगी है!

पूरे देश के लिए कल 5 फरवरी का दिन कलंकित करने वाला था। 104 भारतीयों को जब कमर, हाथ और उनके पैरों में लोहे की [more…]

Estimated read time 1 min read
आंदोलन

बीएचयू: मनुस्मृति की महज आलोचना पर 13 छात्र गिरफ्तार, 3 छात्राओं समेत सभी भेजे गए जेल

0 comments

लखनऊ/वाराणसी। मनुस्मृति दहन दिवस के मौके पर भगत सिंह स्टूडेंट्स मोर्चा की ओर से बीएचयू के आर्ट्स फैकल्टी में आयोजित एक चर्चा में भाग लेने [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

दिशाहीन हो चुका है मध्य वर्ग

0 comments

भारतीयों का एक बड़ा वर्ग जो मूल्यों और नैतिकता की बात करते नहीं थकता, वह मौका पड़ने पर घोर अवसरवादी हो जाता है। सब नहीं, [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

मुश्किल तो अपने समय के भगत सिंह के साथ खड़ा होना है: संदर्भ छत्तीसगढ़ में मारे गए 29 आदिवासी या गैर-आदिवासी

पहली बात कि भगत सिंह का मानना था कि ब्रिटिश साम्राज्य भारत के बहुसंख्यक लोगों के हितों के खिलाफ है। ध्यान रहे बहुसंख्यक न कि [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

शहादत दिवस पर विशेष: भगत सिंह के दर्शन को समझने की जरूरत

भगत सिंह को शहीद, महान शहीद और शहीदे आजम का ताज पहना कर हमने भगत सिंह की मौलिकता, उनके चिंतन और दर्शन को मृत मान [more…]

Estimated read time 2 min read
संस्कृति-समाज

पुण्यतिथि पर विशेष: भगत सिंह के दिल में बसते थे करतार सिंह सराभा

0 comments

‘फांसी पर ही तो चढ़ा दोगे और क्या? हम इससे नहीं डरते!’ उक्त बयान भारत मां के उस सपूत के हैं, जो मात्र 19 वर्ष [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

कर्नाटक की एक कोर्ट ने भगत सिंह की किताब रखने के देशद्रोह के आरोप से एक पत्रकार और उसके आदिवासी पिता को किया बरी

आप यदि आदिवासी हैं और शहीद भगत सिंह की किताब रखते हैं, पढ़ते हैं तो आप नक्सली जरूर होंगे। यह मानसिकता हमारे देश के पुलिस [more…]

Estimated read time 2 min read
राजनीति

देश की सत्ता और भारतीय जनता के बीच भगत सिंह की लाश!

सुप्रसिद्ध लेखक पत्रकार खुशवंत सिंह की पुस्तक ‘दिल्ली’ का हिंदी अनुवाद करते हुए ऊषा महाजन ने (दिल्ली की असलियत) में लिखा है, “ज्ञातव्य है कि [more…]