Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

शहादत दिवस पर विशेष : सांप्रदायिक राजनीति के धुर विरोधी थे भगतसिंह

भगत सिंह हिंदुस्तान के भविष्य को लेकर बहुत चिंतित थे। स्वतंत्रता का अर्थ उनकी नजर में अंग्रेजों से मुक्त भारत कतई नहीं था बल्कि उनकी [more…]

Estimated read time 3 min read
संस्कृति-समाज

शहादत दिवस पर विशेष : भगत सिंह और आज की चुनौतियां

भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 को फांसी की सजा दी गई थी और अपनी शहादत के बाद वे हमारे देश के उन बेहतरीन स्वाधीनता [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

भगत सिंह पर चिंतन की कथित तीसरी धारा का दिवालियापन

शहीदे आजम भगत सिंह को लेकर एक असमय और अनावश्यक बहस चल रही है। कहा जा रहा है, “भगतसिंह की शहादत कोई मायने नहीं रखती”, [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

स्वतंत्रता आंदोलन में RSS की अनुपस्थिति पर कोई सवाल न खड़ा करे, इसलिए गांधी-नेहरू और सुभाष पर उछालते हैं कीचड़

0 comments

एक ही विचार भूमि पर खड़े लोगों को एक-दूसरे के विरुद्ध खड़ा करने की नीति कुछ संगठनों की प्रिय नीति रही है। जैसे 2 अक्टूबर [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

भगत सिंह की साझी विरासत और शहादत से क्यों भयभीत हैं भारत और पाकिस्तान के शासक वर्ग ?

भगतसिंह ने अपनी फांंसी से पहले लिखा था कि “संकट के समय देश को हमारी बहुत याद आएगी।” आज दुनिया भर में आर्थिक संकट बढ़ [more…]

Estimated read time 0 min read
ज़रूरी ख़बर

क्या जीएन साईबाबा भगत सिंह के रास्ते पर चल रहे थे?

0 comments

भूमिहीनों के लिए भूमि के बंटवारे के लिए आजादी से पहले की अधूरी मांगों को पूरा करने के लिए आजादी के बाद तेभागा तेलंगाना का [more…]

Estimated read time 0 min read
राज्य

उत्तराखंड में भगत सिंह का जन्मदिन मना रहे छात्रों पर ABVP के गुंडों ने किया हमला

0 comments

हल्द्वानी। मोदी शासन में कई साल पहले दिल्ली में भाजपाइयों ने नारे लगाए थे कि, “जो भगत सिंह की चाल चलेगा, वह कुत्ते की मौत [more…]

Estimated read time 0 min read
राज्य

जन्मदिन विशेष: भगत सिंह के सपनों का भारत बनाने का संकल्प

0 comments

लखनऊ। भगत सिंह के जयंती के अवसर पर आज दिनांक 28 सितंबर, 2024 को लखनऊ के यूपी प्रेस क्लब में गोष्ठी का आयोजन किया गया। [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

जन्मदिन विशेष: वर्तमान फासीवादी दौर में भगत सिंह के विचार और हमारे कार्यभार

1 comment

साथियों, तवारीख़ के पन्नों में 28 सितम्बर मार्च सिर्फ एक दिन के रूप में दर्ज नहीं है।यह वह तारीख़ थी जब हिन्दुस्तान की जवानी ने [more…]

Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

जन्मदिन विशेष: मेरी हवाओं में रहेगी, ख़यालों की बिजली

23 मार्च 1931 को शाम में करीब 7 बजकर 33 मिनट पर भगत सिंह तथा उनके दो साथियों सुखदेव व राजगुरु को फांसी दे दी [more…]