सोनभद्र। राज्य को सर्वाधिक राजस्व प्रदान करने वाले सोनभद्र जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है। आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र जिले में ग़रीबी-बेबसी का भी आलम कम नहीं है। खनन क्षेत्रों से लगाए औद्योगिक प्रतिष्ठानों...
ईंट भट्ठे, बंधुआ मजदूरी के पर्याय बन गए हैं। कितना अजीब लगता है सुनने में कि आज जब सूचना और तकनीकी बच्चे-बच्चे की पहुंच में है, ऐसे समय में एक-दो नहीं, दर्जनों लोगों को कुछ लोग बंधुआ बनाकर काम...
भले ही देश की ट्रेड यूनियनें श्रम कानून के संशोधन के खिलाफ 26 नवंबर को राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने जा रही हों पर मोदी सरकार है कि जैसे उसने श्रमिकों को कंपनी मालिकों के यहां बंधुआ बनाने की ठान ली...
आदिम दौर के तमाम नियम आज भी बदस्तूर जारी हैं। जगह-जगह लोगों को बंधुआ मजदूर या गुलाम बनाकर रखा जा रहा है और उनसे जबरन काम के साथ ही अमानवीय व्यवहार भी किया जा रहा है। ताजा मामला मध्य...
सरकार बनने के बाद जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हठधर्मिता दिखाते हुए मनमाने फैसले लिए, उससे न केवल उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं बल्कि छोटे-मोटे कारोबारी भी सड़क पर आ गए हैं। किसान-मजदूर और युवा बदहाली...