अंबेडकर जयंती विशेष: अंबेडकर से प्रेम तो उनके विचारों से परहेज क्यों?

अंबेडकर जयंती पर हर वर्ष सरकार बाबा साहेब को याद करती है। देश के लिए उनके योगदान की सराहना करती…

इस देश को तुम किस ओर ले जा रहे हो?

होठों पर सच्चाई रहती है, जहां दिल में सफाई रहती है। हम उस देश के वासी हैं, जहां गंगा बहती…

हमारा संविधान, सुप्रीम कोर्ट और समाजवाद की परिभाषा

भारतीय संविधान की उद्देशिका से ‘‘समाजवाद’’ की संज्ञा को हटाने की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए, 22 नवंबर को…

भारत में गणतंत्रवाद के मायने भाग-2: भारत का नया संविधान कौन, कैसे बना सकता है?

यह उल्लेख करना गैर-मुनासिब नहीं होगा कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान 1998 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण…

भारत में गणतंत्रवाद के मायने भाग-1: आम लोग नहीं आरएसएस के लोग डरते हैं भारत के संविधान से

भारत का संविधान पूरी तरह से 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इसे हम नागरिक अपना गणतंत्र दिवस…

धर्म के नाम पर ऐ दोस्‍त मत ऐसा करो

जब हम किसी को अच्‍छा काम करते देखते हैं तो अक्‍सर कहते हैं कि आप धर्म-पुण्‍य का काम कर रहे…

संविधान दिवस के शोरगुल में भ्रमित न हों

भारत का संविधान जिसे आधिकारिक रूप से 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। पहली बार संविधान दिवस डॉ. गौर…

बात-बेबात: हम लोगों को समझ सको तो…

हाल ही में उन से एक मित्र के यहां एक आयोजन में अचानक मुलाकात हो गई। खाना खाते समय संयोग…

मुठभेड़ की राजनीति और लोकतंत्र में मनमानापन

व्यापार और राजनीति दोनों ही ‘लुका-छिपी का खेल’ है, लेकिन जब राजनीति व्यापार हो जाये और व्यापार राजनीति तब लुका-छिपी…

मुल्क की हवा में इतने कील-कांटे कि गुब्बारा उड़ते ही फट जाता है

अपनी जात पूछने जैसे अपमान को परे झटककर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जब संसद में दहाड़ते हुए जब उसी…