हे राजनीति के पुरुषोत्तम गद्दी बचा रहे हैं या रद्दी बचा रहे हैं! 

नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी के साथ अ-सहज हो गये थे। उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का साथ छोड़कर बिहार…

राहत और रियायत पर रेहन है जिंदगी तो यह किस का कमाल है

चाहे किसी के पास जितना भी धन हो, जितनी भी बुद्धि हो, जितना भी ज्ञान हो उसके भी वोट की…

लोकतंत्र शक्ति के दंभ या दंभ की शक्ति पर नहीं, सहयोग की संभावना पर जिंदा रहता है

आज-कल भारत में शक्ति की बहुत चर्चा है। सामने आम चुनाव है। लोकतंत्र में चुनाव शक्ति संयोजन का अवसर होता…

मुद्दा क्या है ! ‘घनचक्करों’ और ‘धनचक्रों’ का तिकड़म ताल: मुद्दा है लोकतंत्र अब हो बहाल!

गिने-चुने दिन रह गये हैं। आम चुनाव 2024 सामने है। विभिन्न राजनीतिक दल और गठबंधन अपने-अपने चुनावी कार्य-क्रम और कार्य-सूची…

एलआईसी का नया नारा: अडानी के साथ संकट से पहले और संकट के बाद भी 

भारत सरकार के बेहद प्रतिष्ठित सार्वजनिक जीवन बीमा निगम (एलआईसी) पर आरोप है कि उसके द्वारा आज भी अडानी के…

हमने नाइजीरिया को भी पछाड़ दिया है !

भारत ने अब नाइजीरिया को पछाड़ दिया है। यह वाक्य आप को हैरान कर देगा कि नाइजीरिया और भारत का…