प्रत्यायोजित विधान लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है

प्रत्यायोजित विधान या डेलीगेटेड लेजिस्लेशन हाल-फिलहाल सुर्खियों में बना रहा है जब सर्वोच्च न्यायालय की जज जस्टिस नागरत्ना ने मामले…

लोकतांत्रिक व्यवस्था में राजनीतिक सत्ता-हवस और कॉर्पोरेटी धन-हवस का इलाज मतपेटी में है

यह मान लेना चाहिए कि किसानी की समस्याओं को ठीक से समझने के प्रति हमारी राज्य-व्यवस्था कभी गंभीर नहीं रही…

खाकी की होगी सत्ता और देश पर चलेगा कार्पोरेट लूट का राज

(1)पुलिसकर्मी अपने कार्यों, शक्तियों और कर्तव्यों का उपयोग सामान्य जनता और मौजूदा सरकार के निष्पक्ष सेवक के रूप में करेंगे….…