पूंजीवाद : एक अस्थिर और अन्यायपूर्ण व्यवस्था
पूंजीवाद (Capitalism) को अक्सर एक ऐसी आर्थिक व्यवस्था के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें उत्पादन के साधन-जैसे फैक्ट्रियां, ज़मीन और मशीनें-निजी स्वामित्व में [more…]
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किसी भी देश का बजट आने वाले साल के सरकारी आमदनी और खर्चे का एक आकलन होता है और सरकारी मंशाओं का एक ब्यौरा। दिमागी [more…]