कोई निर्वाचित सरकार कानून बनाकर कैसे अपने ही नागरिकों की आज़ादी छीन सकती है तथा कैसे संवैधानिक व्यवस्था में “विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया” का उपयोग करके एक स्टेट ‘अथॉरिटेरिएन स्टेट’ में तब्दील हो सकता है इसका ज्वलंत उदाहरण है...
कोरोना वायरस जिसने पहली बार दुनिया भर के हुक्मरानों को हिला कर रख दिया, आज वे उससे करीब-करीब क्वारंटाइन हो चुके हैं, लेकिन महामारी अब तेजी से नीचे पसरती जा रही है।
जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित आँकड़े दर्शाते हैं...
भारत में बीसवीं सदी का अंतिम दशक ख़त्म होते-होते समस्त मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों, मंचों और माध्यमों से गरीबी की चर्चा समाप्त हो गई। देश की शासक जमात के बीच यह तय माना गया कि अब देश में गरीबी...
भूखे-बेबस ग़रीबों के पिटते-गिरते काफ़िलों को सब देखते रहे। बहुतेरे एक आश्वस्ति की अनुभूति के साथ और कुछेक ज़रा अफ़सोस के साथ कि इन्हें तो झेलना होता ही है। चलिए, इनकी `क़िस्मत में तो यही बदा है` पर इलीट-पावरफुल...
श्रीगंगानगर, राजस्थान। राजस्थान के छोटे शहर श्रीगंगानगर में इस रविवार को हुई बड़ी घटना भी कहीं कोई खबर नहीं बन पाई। मामला यूं रफा-दफा किया जा रहा है, जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं। दरअसल, श्रीगंगानगर की एक पॉश...