Sunday, April 2, 2023

Fascism

कॉरपोरेट साम्प्रदायिक फ़ासीवाद, कट्टरपन्थ और पुनरुत्थानवाद को निर्णायक शिकस्त ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि

सबसे ख़तरनाक होता है  मुर्दा शांति से भर जाना  न होना तड़प का सब कुछ सहन कर जाना  घर से निकलना काम पर  और काम से लौटकर घर आना  सबसे ख़तरनाक होता है  हमारे सपनों का मर जाना ....... सबसे खतरनाक वह दिशा होती है जिसमें आत्मा का सूरज...

कृष्णा सोबती: फासीवाद के खिलाफ गूंजती रही एक आवाज

साहित्य-संस्कृति के इतिहास ने कृष्णा सोबती के नाम बहुत कुछ दर्ज किया है। उनके लिखे अल्फाज जिंदगी के हर अंधेरे कोने में दिया बनके कंदीलें जलाने को बेचैन, बाजिद और तत्पर रहते मिलते हैं। फूलों को अतत: सूखना ही...

माले महाधिवेशन: फ़ासीवाद विरोधी और राष्ट्रीय परिस्थिति पर मसौदा प्रस्ताव पारित, अरुंधति ने किया प्रतिनिधियों को संबोधित 

पटना। भाकपा माले के 11वें पार्टी महाधिवेशन के आज दूसरे दिन फासीवाद विरोधी और राष्ट्रीय परिस्थितियों के मसौदा प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार और बहस-मुबाहिसे के बाद प्रतिनिधियों ने दोनों प्रस्तावों को ध्वनिमत से पारित कर दिया। कुल 36...

किसी के पक्ष में एकजुटता जाहिर करना भी अब जोखिम भरा हो गया है: अरुंधित रॉय

हम उस काम को पूरा करने की कोशिश में जुटे हैं जिसे करते हुए लगता है वर्षों बीत चुके हैं। इतने सारे सहचर मनुष्यों के साथ एक साथ एक कमरे में रहने के आनंद को मैं कभी भी चलताऊ...

सारी दुनिया में फासीवाद के खिलाफ जनसंघर्ष का एक नायाब उदाहरण होगा ‘भारत जोड़ो यात्रा’

आज के दमघोटू, डर और नफ़रत से भरे राजनीतिक वातावरण में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भारी भीड़ के जोश और उत्साह के जो अभूतपूर्व नज़ारे दिखाई दे रहे हैं वे सारी दुनिया के सामने फासीवाद के खिलाफ...

देखने वाले की एकांगी दृष्टि का दोष है सावरकर का महिमामंडन

यह एक बहुत दिलचस्प प्रसंग है । हमारे मित्र अजय तिवारी ने फेसबुक पर एक पोस्ट लगाई वीर सावरकर के बारे में । शायद उन्हें लगा कि आज के सावरकर की स्तुति के काल में भी उनके प्रति ‘न्याय’...

फासिज्म का पहला चरण होता है लोकतंत्र में अवतारवाद

नूपुर शर्मा के बयान पर अक्सर बीजेपी आरएसएस के मित्र यह सवाल भी पूछते हैं कि नूपुर ने क्या गलत कहा, उसने तो वही कहा जो हदीस में लिखा है। लेकिन वे यह सवाल सबसे पूछते हैं पर न...

अजय सिंह की कविताएं करती हैं सीधे दुश्मन की शिनाख्त 

नई दिल्ली। गुलमोहर किताब ने वरिष्ठ कवि अजय सिंह की नई किताब 'यह स्मृति को बचाने का वक़्त है' पर चर्चा और कविता पाठ का आयोजन दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में किया, जिसमें बड़ी संख्या में कवियों, आलोचकों,...

लपट हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रही है: अरुंधति

गुड आफ़्टरनून, और मुझे सिसी फेरेन्टहोल्ड लेक्चर देने के लिए बुलाने के लिए आपका शुक्रिया। मैं लेक्चर शुरू करूँ, इससे पहले मैं यूक्रेन में जंग के बारे में कुछ बातें कहना चाहूँगी। मैं रूसी हमले की साफ़ शब्दों में...

प्रशांत किशोर को लेकर मच रहा शोर और उसकी हकीकत

पिछले कुछ दिनों से प्रशांत किशोर सुर्खियों में हैं। यह चर्चा जोरों पर है कि लगभग 135 वर्षों की अपनी यात्रा में संघर्ष और सत्ता तथा उत्थान एवं पतन का हर रंग देख चुकी कांग्रेस पार्टी को नवजीवन देने...

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आईपी कॉलेज फॉर वीमेन: “जय श्री राम” के नारे के साथ हमला

28 मार्च को मंगलवार के दिन आईपी कॉलेज फॉर वीमेन (इंद्रप्रस्थ कॉलेज) में हुए वार्षिक फेस्टिवल श्रुति फेस्ट के...