श्याम बाबू ने मन से हांका समानांतर सिनेमा का रथ

मुंबई में फिल्म पत्रकारिता में सक्रिय रहने के दौरान एक बार अवसर मिला था श्याम बेनेगल को दूर से देखने…

पुण्यतिथि पर विशेषः साहिर का ‘वह सुबह कभी तो आएगी…’ बन गया था मेहनतकशों का तराना

साहिर लुधियानवी एक तरक्कीपसंद शायर थे। अपनी ग़ज़लों, नज़मों से पूरे मुल्क में उन्हें खूब शोहरत मिली। अवाम का ढेर…