Thursday, April 25, 2024

Finance Minister

वर्ष 2023: देश की आर्थिक-वित्तीय बदहाली की तस्वीर

हिंदुस्तान की ब्रिटिश हुक्मरानी ने इसकी राजधानी 1932 में कोलकाता से हटा नई दिल्ली कर दी जहां ब्रिटेन के ही वास्तुकार एडविन लुटयन के शिल्प पर नई राजधानी विकसित कर 'सेंट्रल असेंबली' का निर्माण 18 मई 1927 को पूरा...

हालात से बेखबर बजट, मध्यम वर्ग को किया गुमराह  

बजट सत्र का पहला भाग सोमवार को समाप्त हो गया। दूसरा सत्र 13 मार्च से शुरू होगा। बजट पेश होने के दो सप्ताह बाद भी बजट पर चर्चाओं का दौर चल रहा है। केंद्रीय बजट अब एक वित्तीय वर्ष...

मेहनती लोगों के दुःख दर्द से दूर धन्ना सेठों को खुश करता बजट

किसी भी देश का बजट आने वाले साल के सरकारी आमदनी और खर्चे का एक आकलन होता है और सरकारी मंशाओं का एक ब्यौरा। दिमागी गुलाम या मूर्खों की बात छोड़ दी जाये तो समाज का हर तबका स्वाभाविक...

आम बजट (2022-23):फॉर ऑफ एंड बाई द कॉर्पोरेट्स  

मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को वित्त-वर्ष 2022-23 का आम बजट पेश किया। भारतीय संविधान के अनुसार भारत को एक कल्याणकारी राज्य होना था। इसका मतलब यह हुआ कि देश का बजट भी अंतिम पायदान पर खडे़ लोगों...

पीएम केयर्स फंड: सरकारी साधनों से इकट्ठा किए गए धन का आखिर निजी इस्तेमाल क्यों?

प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister's Office) ने दिल्ली हाईकोर्ट से कहा कि 'पीएम केयर्स' भारत सरकार का फंड नहीं है। क्योंकि इसका पैसा भारत सरकार के खजाने में नहीं जाता है। यह आरटीआई (RTI) के तहत नहीं आता है इसलिए...

निजी बैंक ने गाढ़ी कमाई लूट ली: भाजपा सांसद, वित्त मंत्री ने कहा- निजीकरण से टिकाऊपन बढ़ेगा

एक ओर जहां आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सरकारी बैंको को निजी हाथों में सौंपने जा रही है वहीं दूसरी ओर 23मार्च को भोजपुरी एक्टर और गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन ने लोकसभा में अपनी लाचारी का रोना-रोते...

मोदी अर्थव्यवस्था की अर्थी ढोएंगे या ढूंढेंगे कोई इलाज?

सरकार ने 31 अगस्त को, जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए, जिसमें यह नकारात्मक रूप से 23.9 फ़ीसदी यानी माइनस 23.9% है। इस गिरावट को ऐतिहासिक और भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट माना जा रहा...

यस बैंक घोटालाः मनी लॉन्ड्रिंग के बहाने दोस्तों को बचा रही है मोदी सरकार

संकट में फंसे निजी क्षेत्र के यस बैंक के बड़े डिफाल्टर्स को बचाने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के नाम पर मोदी सरकार ने लीपापोती की कार्रवाई शुरू की है, ताकि आम जनता की आंखों में धूल झोंका जा...

जनता के पैसे पर सरकारी डाका का नाम है एफआरडीआई

देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था ने देश की जीडीपी को अंध महासागर में धकेल दिया है। सरकार की असफल आर्थिक नीति नहीं बल्कि गलत आर्थिक नीति और अलगाववादी राजनैतिक एजेंडों को पूरी करने की सनक ने देश की अर्थव्यवस्था को...

सोने का अंडा देने वाली मुर्गी एलआईसी को जबा करने की तैयारी

नए साल में एलआईसी फिर एक बार मुश्किलों में घिरी नजर आ रही है। मार्केट के बड़े-बड़े डिफॉल्टरों जैसे अनिल अंबानी की कंपनियों और डीएचएफएल के डूबने का असर एलआईसी पर अब दिखने लगा है। एलआईसी ने मार्च में...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...