Tag: gandhi
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दुर्ग बैठक में फैसला: कश्मीर संबंधी केन्द्र सरकार के फैसले के खिलाफ जन प्रतिरोध अभियान चलाएगा एआईपीएफ
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम यानी एआईपीएफ की राष्ट्रीय परिषद की दुर्ग में हुई दो दिवसीय बैठक में केंद्र सरकार के कश्मीर संबंधी फैसले के खिलाफ देशभर में अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। बैठक में तय हुआ कि यह अभियान अग एक महीने तक सतत रूप से चलेगा। बैठक में इस फैसले…
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सोनिया गांधी अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष, सीडब्ल्यूसी का फैसला
नई दिल्ली। कांग्रेस से एक बड़ी खबर आ रही है। सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष होगीं। दिन भर चली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। हालांकि कुछ देर पहले खबर आयी थी किकश्मीर के ताजा हालात को देखते हुए कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक को बीच में ही…
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“इतनी डरपोक सत्ता कभी नहीं देखी”
आप एक प्रयोग कीजिये लिखिए कि ‘मैं कश्मीरी जनता के साथ हूं’ फिर देखिये भाजपा भक्त कैसे आकर आपको गालियां बकते हैं ? वैसे यह कहते घूम रहे हैं कि इन्होनें जो किया है वह कश्मीरी जनता के भले के लिए और उनके विकास के लिए किया है लेकिन आप जैसे ही कश्मीरी जनता के…
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प्रियंका में दिखा बेलछी यात्रा का इंदिरा का अक्स
प्रियंका गांधी को सोनभद्र के आदिवासी गांव उम्भा में पीड़ितों से मिलने जाने की अदम्य इच्छा को देख बेलछी की याद आना स्वाभाविक है। बेलछी को लोग इंदिरा गांधी की पुनर्वापसी के प्रतीक के रूप में याद करते हैं। कहा जाता है कि उनके उस दुस्साहस की बराबरी पक्ष-विपक्ष का कोई भी नेता भारतीय लोकतंत्र…
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नौटंकी नहीं बल्कि संसद परिसर में झाड़ू के पीछे छुपा है गांधी की “हत्या” का गहरा उद्देश्य
आज संसद परिसर में एक महा पाखंड देखने को मिला। स्पीकर ओम बिड़ला की पहल पर सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों और सांसदों ने पूरे परिसर की झाड़ू लेकर सफाई की। इस दौरान किसी मंत्री के झाड़ू का डंडे से वास्ता टूट गया तो कोई सांसद झाड़ू को हवा में ही लहराता दिखा। यह सब कुछ…
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गांधीवादियों के दामन पर भी है गांधी की हत्या के दाग
सवाल आसान लगता है लेकिन गम्भीरता से सोचा जाए तो पेंचीदा भी है। साधारण तौर पर देखा जाये तो महात्मा गांधी की मौत का सीधा जिम्मेदार नाथूराम गोड़से था। जिसने गांधी जी को 3 गोलियां मारी और उनकी हत्या कर दी। नाथूराम गोडसे जो उग्र हिन्दुत्व की राजनीति का ध्वज उठाये हुए था। जिसके पीछे…
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विमर्शमूलक विखंडन और कोरी उकसावेबाजी में बहुत महीन होती है विभाजन की रेखा
अरुंधति रॉय की किताब ‘एक था डाक्टर और एक था संत’ लगभग एक सांस में ही पढ़ गया । अरुंधति की गांधी को कठघरे में खड़ा कर उन पर बरसाई गई धाराप्रवाह, एक के बाद एक जोरदार दलीलों की विचारोत्तेजना अपने घेरे से बाहर निकलने ही नहीं दे रही थी । अरुंधति जितना गांधी को…
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हिंसा को हारना होगा क्योंकि गांधी हमारे पास हैं
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित करने से पूर्व हुई बहस का उत्तर देते हुए राज्यसभा में कहा कि झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग की घटना दुःखद है किंतु उन्होंने यह जोड़ा कि इस एक घटना के लिए पूरे प्रदेश को बदनाम करना उचित नहीं है। अपराधियों की पहचान कर उनके विरुद्ध…