2024 के लोकसभा चुनाव में अब मुश्किल से दस महीने शेष हैं और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी को हर हालत में वह चुनाव जीतना है। ‘सब का साथ, सब का विकास और सब का विश्वास’...
उन्नीसवीं सदी में नारी विषयक लेखन के विवेचन से यह स्पष्ट होता है कि उस समय के नारी विमर्श की अपनी सीमाएं थीं, अपनी विशेषताएं थीं, लेकिन बीसवीं सदी में साहित्य और पत्रकारिता में नारी उत्थान पर बहुत कुछ...
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने हिन्दू धार्मिक ग्रंथों की प्रकाशक गीता प्रेस को 2021 का गांधी शांति पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है। यह एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है, जिसमें 1 करोड़ रुपये नगद शामिल हैं। पूर्व में...
गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तकें बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों के स्टाल पर बिकती हुई मिल जायेंगी। इन पुस्तकों की दो विशेषताएं हैं, एक तो ये इतनी सस्ती हैं कि लागत कीमत से भी कम में बेची जाती हैं।...
अभी कुछ दिनों पहले नरेंद्र मोदी सरकार ने गीता प्रेस, गोरखपुर को गांधी शांति पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है। यह कुछ पुरानी संस्थाओं में से एक है जिसकी स्थापना को...
'गीता प्रेस की स्थापना 1923 में कोलकाता के एक मारवाड़ी सेठ जयदयाल गोयन्दका ने की थी। 2023 में उसके सौ पूरे होने पर' नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली कमेटी ने गीता प्रेस को 'गांधी शान्ति पुरस्कार' के लिए चुना।...