यूपी शिक्षा मंत्री की मौजूदगी में एक जागरण मंच से जनसंहार के लिये तैयार रहने और घरों में हथियार जमा करने की बातें कही गई हैं। धर्मेंद्र पांडे ने कुछ समय पहले सिद्धार्थ नगर में कहा था कि जब...
13 अप्रैल 1919, बैसाखी के दिन लगभग 4:00 बजे जनरल डायर लगभग डेढ़ सौ सिपाहियों को लेकर जलियांवाला बाग में पहुंचा। वहां रौलेट एक्ट के खिलाफ एक जनसभा हो रही थी। बैसाखी पर दूर-दूर से आये लोग, दरबार साहिब...
हरिद्वार धर्म संसद में घृणावादी और भड़काऊ बयान देने वाले यति नरसिंहानंद को उत्तराखंड पुलिस से गिरफ्तार कर लिया है। पर यह गिरफ्तारी इस घृणासभा में भड़काऊ बयान देने के मामले में नहीं, बल्कि महिलाओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों...
उच्चतम न्यायालय हरिद्वार में पिछले दिनों हुए धर्म संसद कार्यक्रम में हेट स्पीच के मामले में जल्द सुनवाई करेगा। इस मामले को सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने उच्चतम न्यायालय के सामने उठाया है जिस पर उच्चतम न्यायालय ने सुनवाई...
नरसंहार के आह्वान के बाद कल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक बयान दिखा, जिसमें वे कह रहे हैं, धर्म संसद के बयानों को गंभीरता से लेने की ज़रूरत नहीं है। यह बयान तब आया, जब उस तथाकथित धर्म...
23-26 फरवरी, 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में अंजाम दिये गये जनसंहार की कड़ियां नहीं जोड़ी गईं। दरअसल जिनके इशारे पर उस सांप्रदायिक जनसंहार को अंजाम दिया गया था वो लोग सत्ता में क़ाबिज़ हैं और उस सांप्रदायिक हिंसा की...
17-19 दिसंबर तक हरिद्वार उत्तराखंड में आयोजित धर्म संसद में 'मुस्लिम जनसंहार' के लिये लोगों से अपील की गई। तीन दिनों तक चली धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ नफ़रत भरे भाषण दिए गए और जनसंहार का समर्थन किया गया। इस...
कोरोना के कठिन काल के दौरान होने वाली मौतों और सरकारी व्यवस्था से इलाहाबाद हाई कोर्ट खासा नाराज है। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से हालात बेहद खराब हैं। राज्य के तमाम अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से कई...
(अरुंधति रॉय के कई परिचय हैं। वे बुकर पुरस्कार से सम्मानित लेखिका हैं; एक निबंधकार हैं, जिनकी नवीनतम रचना ‘आजादी’ पिछले साल ही प्रकाशित हुई है; और वे एक राजनीतिक कार्यकर्ता भी हैं।
भारत में रहने वाली वह ऐसी लेखिका...
धर्म के नाम पर हुए उन व्यापक दंगों या नर संहारों को याद रखा जाना चाहिए। उन्हें याद रखना इसलिए भी ज़रूरी है कि ताकि धर्मान्धता या अन्य पागलपन के दौर में हम, जो अक्सर भूल जाते हैं कि...