वैसे तो प्रधानमंत्री जी के संसद में दिए गए भाषण भी चुनावी भाषणों की भांति होते हैं और इनमें कटुता तथा व्यक्तिगत आक्षेपों की प्रचुरता होती है किंतु चुनावी भाषणों की जो शैली उन्होंने विकसित की है वह तो...
आखिर रफाले भारत आ ही पहुंचा। क्या शान से स्वागत हुआ है। इतिहास में आज तक शायद ही कभी किसी भी रक्षा सौदे का इतना भव्य स्वागत हुआ हो। कमीशनखोरी के आरोपों का डर पिछले 40 सालों से हमेशा...
आज के 45 वर्ष पूर्व 25-26 जून 1975 को इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाया था। इमरजेंसी का नाम आते ही मीसा की भी चर्चा होने लगती है। क्योंकि आपातकाल की घोषणा के तुरंत बाद से ही देश...