Tag: govt
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कोरोना लॉकडाउन : मजदूर वर्ग के सामने मौजूद कार्यभार
आज जब देश का मजदूर वर्ग-खासकर प्रवासी या सीजनल मजदूर, दिहाड़ी मजदूर, ठेका मजदूर, ठेले खोमचे वाले, छोटे सर्विस दाता जैसे- नाई, धोबी, बिजली मैकेनिक, प्लम्बर इत्यादि और खेत मजदूर- केंद्र और राज्यों की अपनी चुनी हुई सरकारों की बेरहमी के शिकार हैं; इस अमानवीय और क्रूर शासन व्यवस्था- डीएम, एसडीएम, एसएचओ, थाना पुलिस और…
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ख़ास रिपोर्ट: सरकार प्राइवेट ट्रांसपोर्टर के जरिए कर रही कमाई, प्रति व्यक्ति 3-4 हजार रुपए वसूले जा रहे
एक तरफ सार्वजनिक यातायात के सारे साधन बंद हैं। कई मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक दलों द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन चलाने और बस का परमिशन जारी करने के आग्रह के बावजूद सरकार लॉकडाउन को लेकर सख्त है वहीं सड़कों पर बड़े धड़ल्ले से निजी बस, ट्रक और दूसरे निजी वाहन प्रवासी मजदूरों को…
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सड़कों पर मरते निरीह प्रवासी मज़दूर और बेबस तंत्र
सुबह-सुबह यह खबर मिली कि औरैया में नेशनल हाइवे पर, 26 प्रवासी कामगार एक सड़क दुर्घटना में मारे गए। वे अपने जिले गोरखपुर जा रहे थे। सरकार ने शोक व्यक्त कर दिया है। कुछ मुआवजा भी मिलेगा, ऐसी घोषणा भी की गयी है । पर इस दुर्घटना की जिम्मेदारी किस पर डाली जाय ? सरकार…
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वर्कर्स फ़्रंट की याचिका के बाद योगी सरकार बैकफ़ुट पर, काम के 12 घंटे के आदेश को लिया वापस
लखनऊ। काम के घंटे बारह करने की प्रदेश सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के खिलाफ वर्कर्स फ्रंट द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका पर मुख्य न्यायाधीश की खण्ड़पीठ के द्वारा नोटिस देने के बाद बैकफुट पर आयी सरकार ने अपनी अधिसूचना वापस ले ली। वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर ने इसके लिए मजदूरों…
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लोग सड़कों पर पैदल चल रहे हैं तो उसमें हम क्या कर सकते हैं: सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली/ इलाहाबाद। उच्चतम न्यायालय में आज सरकार के मुंह से सही बात निकल गयी कि लॉकडाउन से लोग गुस्से में हैं और पैदल निकल रहे हैं, वो इंतजार नहीं कर रहे हैं। डॉ. लोहिया ने बहुत पहले यह बात कही थी कि ज़िंदा कौमें 5 साल इंतजार नहीं करतीं। यक्ष प्रश्न यह है कि…